लॉस एंजिलिस से एक हफ्ते पहले गायब हुई थी भारतीय छात्रा, अब मिली सुरक्षित
अमेरिका में भारतीयों छात्रों का गायब होना या उन पर हमला होना आम बात हो गई है। हाल ही में कैलिफोर्निया में 23 साल की एक भारतीय छात्रा लापता हो गई थी। उसका एक हफ्ते तक कुछ पता नहीं लगा था। यहां तक कि पुलिस ने उसे ढूंढने के लिए लोगों की मदद मांगी थी। हालांकि, अब राहत की खबर है। छात्रा का पता लगा लिया गया है। वह सुरक्षित है। फिलहाल पुलिस ने इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी है।
28 मई से लापता थी छात्रा
पुलिस के अनुसार, कैलिफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी सैन बर्नार्डिनो (सीएसयूएसबी) की छात्रा नितिशा कंडुला का पता लगा लिया गया है। वह 28 मई से लापता थीं। सीएसयूएसबी के पुलिस प्रमुख जॉन गुटेरेज ने रविवार को एक्स पर कहा था कि उसे आखिरी बार लॉस एंजिलिस में देखा गया था और उसके लापता होने की खबर 30 मई को मिली थी।
सुरक्षित मिली छात्रा
अब जॉन गुटेरेज ने एक्स पर बताया कि कंडुला का पता लगा लिया गया है। हालांकि, उन्होंने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी कि वह कैसे और कहां मिली। उन्होंने कहा, ’28 मई, 2024 को छात्रा के लॉस एंजिल्स में लापता होने की सूचना मिली थी, उसका पता लगा लिया गया है और वह सुरक्षित है!’
अबतक आठ छात्र मृत मिले
इस साल कई भारतीय छात्रों के लापता होने या मृत पाए जाने की कई घटनाएं सामने आई हैं। इस साल यानी 2024 में अमेरिका में आठ भारतीय और भारतीय मूल के छात्रों की मौत हो चुकी है। भारतीय छात्रों पर लगातार हमले की घटनाएं भी सामने आई हैं। इस वजह से वहां रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों में डर का माहौल है।
अप्रैल में एक 25 साल का भारतीय छात्र मोहम्मद अब्दुल अरफत अमेरिका के ओहियो राज्य के क्लीवलैंड में मृत पाया गया था। वह हैदराबाद का रहने वाला था और क्लीवलैंड विश्वविद्यालय में आईटी का छात्र था।
मार्च 2024 में वॉशिंगटन विश्वविद्यालय के छात्र और कुचुपुड़ी डांसर अमरनाथ घोष को सेंट लुइस में गोली मार दी गई थी। पश्चिम बंगाल के रहने वाले अमरनाथ घोष साल 2023 में अमेरिका चले गए थे। घोष के शरीर पर कई गोलियां दागी गई थी, जिस वजह से उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी।
5 फरवरी 2024 को भारतीय मूल के छात्र समीर कामथ का शव इंडियाना क्षेत्र में मिला था। समीर कामथ पर्ड्यू विश्वविद्यालय के छात्र थे।