विधवा मां की मौत पर नहीं आए बेटे…, पुलिस ने कराया शव का अंतिम संस्कार
बदायूं: बदायूं के लोची नगला मोहल्ले में बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। इसके बाद भी उसके बेटे अंतिम संस्कार के लिए नहीं आए। मकान मालिक की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद लालपुल श्मशान घाट ले जाकर अंतिम संस्कार कराया।
कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला लोची नगला निवासी सोमवती के मकान में पिछले पांच साल से ऊषा पत्नी नरेश किराये पर रह रहीं थीं। मकान मालिक के मुताबिक ऊषा के पति की कई साल पहले मौत हो चुकी है। उनके दो बेटे अनिल और सोनू हैं। दोनों फिरोजाबाद में मजदूरी करते हैं। यहां ऊषा एक फैक्टरी में काम करके अपना पेट पाल रहीं थीं।
पिछले कई दिन से उनकी तबीयत ठीक नहीं थी। बीमारी के चलते सोमवार सुबह उनकी मौत हो गई। मकान मालिक सोमवती को पता चला तो उन्होंने महिला के दोनों बेटों से संपर्क किया। दोनों बेटे बोले कि वह बदायूं आ रहे हैं। सोमवार सुबह से शाम तक मकान मालिक उनका इंतजार करती रहीं। बाद में महिला के शव को बर्फ में लगाकर रख दिया।
जब उन्होंने देर रात कॉल की तो तब भी दोनों बदायूं आने की बात कहते रहे। मंगलवार शाम तक मकान मालिक उनका इंतजार करती रहीं। जब उन्हें लगा कि अब महिला के बेटे नहीं आएंगे तब उन्होंने कोतवाली पुलिस को सूचना दी। इंस्पेक्टर बिजेंद्र सिंह ने बताया कि महिला की मौत बीमारी से हुई थी।