पाकिस्तान बोला- भारत के साथ चाहते हैं सहयोगात्मक संबंध, बातचीत के जरिए हो विवादों का समाधान
नरेंद्र मोदी के रिकॉर्ड तीसरी बार प्रधानमंत्री का पद संभालने से एक दिन पहले पाकिस्तान ने शुक्रवार को कहा कि वह भारत सहित भी पड़ोसियों के साथ सहयोगात्मक संबंध बनाना चाहता है और बातचीत के जरिए विवादों का समाधान चाहत है। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारत की ओर से आ रही मुश्किलों और बयानबाजी के बावजूद पाकिस्तान जिम्मेदाराना तरीके से काम कर रहा है।
उन्होंने कहा, पाकिस्तान ने हमेशा भारत सहित सभी पड़ोसियों के साथ सहयोगी संबंध बनाने की इच्छा जाहिर की है। हमने जम्मू-कश्मीर के मुख्य विवाद सहित लंबित मुद्दों के समाधान के लिए रचनात्मक बातचीत की हमेशा वकालत की है। भारतीय संसद ने 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया था। जिसके बाद पाकिस्तान ने भारत के साथ अपने राजनयिक संबंधों को कमतर कर दिया था।
भारत का कहना है कि वह पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी जैसे संबंध चाहता है और इस बात पर जोर देता रहा है कि इस तरह के संबंध के लिए आतंकवाद और शत्रुता से मुक्त माहौल बनाने की जिम्मेदारी इस्लामाबाद की है।
बलोच ने कहा, पाकिस्तान शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व में भरोसा करता है। हमें उम्मीद है कि भारत पाकिस्तान और भारत के लोगों के पारस्परिक लाभ के लिए शांति और वार्ता की प्रगति और लंबे समय से चल रहे विवादों के समाधान के लिए अनुकूल माहौल बनाने के लिए कदम उठाएगा। मोदी के तीसरे कार्यकाल के लिए चुने जाने के बाद पाकिस्तान की उम्मीदों के बारे में पूछे जाने पर बलोच ने कहा, यह सवाल जल्दबाजी है, क्योंकि सरकार गठन की प्रक्रिया चल रही है। इसलिए मैं आपके सवाल पर टिप्पणी करने की स्थिति में नहीं हूं।