‘भारत जोड़ो यात्रा राजशेखर रेड्डी की पदयात्रा से प्रेरित थी’, पूर्व CM की जयंती पर बोले राहुल
नई दिल्ली : लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वाईएस राजशेखर रेड्डी की जयंती पर उन्हें याद किया। इस दौरान राहुल गांधी कहा कि उनकी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ राजशेखर रेड्डी की अपने राज्य में निकाली गई पदयात्रा से प्रेरित थी। आपको बता दें कि राजशेखर रेड्डी ने वर्ष 2003 में आंध्र प्रदेश पदयात्रा निकाली थई।
राजशेखर रेड्डी सच्चे जननायक थे- राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा कि राजशेखर रेड्डी एक सच्चे जननायक थे। उन्होंने समर्पण भाव से काम किया और राज्य के लोगों के साथ साथ देशवासियों के दिलों में भी नई प्रेरणा जागृत करने का काम किया। कांग्रेस सांसद ने यह उम्मीद भी जताई कि राजशेखर रेड्डी की बेटी वाईएस शर्मिला अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ाएंगी। राहुल के अनुसार, वाईएस शर्मिला में भी आंध्र प्रदेश के लोगों के प्रति राजशेखर रेड्डी जैसी ही भावना और स्नेह है। आपको बता दें कि वाई एस शर्मिला आंध्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष हैं। राजशेखर रेड्डी वर्ष 2004 से 2009 तक आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। वर्ष 2009 के सितंबर महीने में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में उनकी मौत हो गई थी। मुख्यमंत्री बनने से पहले उन्होंने आंध्र प्रदेश में पदयात्रा के जरिये बड़ा जनसंपर्क अभियान चलाया था। माना जाता है कि राज्य में चुनावी माहौल बदलने में इस पदयात्रा का अहम योगदान रहा।
मैेंने राजशेखर रेड्डी से बहुत कुछ सीखा- राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा, ‘आज राजशेखर रेड्डी की जयंती है। वे सही मायने में जननेता थे। उन्होंने आंध्र प्रदेश के लोगों का दर्द महसूस किया। मैंने निजी तौर पर राजशेखर रेड्डी से बहुत कुछ सीखा। मेरी भारत जोड़ो यात्रा राजशेखर रेड्डी द्वारा आंध्र प्रदेश में निकाली गई यात्रा से ही प्रेरित थी। मुझे उनकी यात्रा का वो दृश्य याद है जब वे गर्मी और बारिश के बीच पदयात्रा कर रहे थे। हमने उस यात्रा से कुछ विचारों को लिया और भारत जोड़ो यात्रों में शामिल किया।’ कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि अगर आज राजशेखर रेड्डी जीवित होते तो आंध्र प्रदेश पूरी तरह से अलग तरह का राज्य होता। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने आगे कहा, ‘शर्मिला जी उनकी बेटी हैं और मुझे पूरा भरोसा है कि वे राजशेखर रेड्डी की विरासत को आगे बढ़ाएंगी। वह ऐसा कर पाएंगी। उनमें भी राजशेखर रेड्डी की तरह आंध्र प्रदेश के लोगों के लिए वही भावना और स्नेह है।’