‘मिसाइल बल कार्यक्रम’ में भ्रष्टाचार, हैरत में कम्युनिस्ट सरकार; एक और सैन्य अधिकारी पर गिर सकती है गाज
चीन के खुफिया मिसाइल और परमाणु बल कार्यक्रम में भ्रष्टाचार और अनियमितताएं की खबरें सामने आने के बाद सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी सचेत हो गई है। मिसाइल बल कार्यक्रम में अनियमितताओं के आरोप में इससे पहले पूर्व रक्षा मंत्री ली शांगफू पर भी कार्रवाई हो चुकी है। अब कम्युनिस्ट पार्टी ने एलान किया है कि इस मामले में अन्य बड़े नेताओं के खिलाफ भी भ्रष्टाचार विरोधी जांच शुरू की जाएगी।
बर्खास्त किए जा चुके हैं ली शांगफू और युचाओ
आपको बता दें कि इससे पहले चीन के खुफिया मिसाइल और परमाणु कार्यक्रम के जिम्मेदारी पूर्व रक्षा मंत्री जनरल ली शांगफू के कंधों पर थी। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में भ्रष्टाचार और अनियमितता की खबरें सामने आईं थी। जांच के घेरे में शांगफू के उत्तराधिकारी माने जाने वाले जनरल ली युचाओ भी आ गए थे। जांच के बाद शांगफू और युचाओ को बर्खास्त कर दिया गया था।
सुन जिनमिंग पर गिर सकती है गाज
गुरुवार को कम्युनिस्ट पार्टी की अनुशासनात्मक समिति ने शांगफू और युचाओ के खिलाफ भ्रष्टाचार की जांच के साथ एक और एलान किया। समिति ने एलान किया है कि रॉकेट और परमाणु बल कार्यक्रम के वर्तमान प्रमुख जनरल सुन जिनमिंग के खिलाफ भी भ्रष्टाचार और अनियमितताओं को सिलसिले में जांच की जाएगी।
वर्ष 2015 में हुआ था मिसाइल बल का गठन
बीते वर्ष के चीन के महत्वपूर्ण मिसाइल बल कार्यक्रम में कथित अनियमितताओं को लेकर सात पूर्व और मौजूदा अधिकारी जांच के घेरे में हैं। इनमें से एक नाम जनरल सुन जिनमिंग का भी है। पीएलए की 20वीं केंद्रीय समिति के सदस्य सुन जिनमिंग ने वर्ष 2022 में चीन की रॉकेट फोर्स की जिम्मेदारी संभाली थी। वर्ष 2015 में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने रॉकेट बल का गठन किया था।