जूनियर डॉक्टर के साथ दरिंदगी का मामला; नहीं बनी बात, देशभर में ओपीडी सेवाएं प्रभावित
कोलकाता: फेमा ने सोशल मीडिया पर घोषणा की, हमने पूरे भारत में सभी संबद्ध आरडीए के साथ एक बैठक की। मामला अभी तक हल नहीं हुआ है। फेमा सहित अन्य रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के डॉक्टर्स ने कहा कि जब तक चिकित्सा कर्मियों पर हमलों को रोकने के लिए केंद्रीय कानून लागू नहीं हो जाता, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। डॉक्टरों का यह प्रदर्शन राष्ट्रीय राजधानी के कई सरकारी अस्पतालों समेत, कोलकाता, गुवाहाटी, हैदराबाद, मुंबई, झारखंड, बिहार के अस्पतालों में भी बुधवार को जारी रहा। जिसकी वजह से आपातकालीन सेवाओं को छोड़ ओपीडी समेत सभी सेवाएं प्रभावित हुईं और मरीज परेशान रहे। वहीं, ब्रिटेन में भारतीय मूल की महिला डॉक्टरों ने भी न्याय और सुरक्षा की मांग पर प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों का समर्थन किया।
आधी रात में बंगाल की आधी आबादी का विरोध प्रदर्शन
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता सहित राज्य के अन्य हिस्सों में महिलाएं बड़े पैमाने पर बुधवार मध्यरात्रि से विरोध प्रदर्शन के तहत बृहस्पतिवार को देर रात सड़कों पर उतरेंगी। कल रात 11.55 बजे शुरू होने वाले इस विरोध प्रदर्शन को आजादी की आधी रात को महिलाओं की आजादी के लिए बताया गया है। विरोध प्रदर्शन के स्थानों को साझा करने वाले पोस्टर सोशल मीडिया पर साझा किए जा रहे हैं और राज्य के उपनगरों में अधिक से अधिक लोगों के इसमें शामिल होने के साथ-साथ नये स्थान भी जोड़े जा रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व सांसद सुखेंदु शेखर रे ने भी इसमें शामिल होने का एलान किया है।
असम : महिला चिकित्सकों को अकेले सुनसान जगह न जाने का निर्देश वापस
असम के सिलचर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एसएमसीएच) ने महिला चिकित्सकों और अन्य कर्मचारियों को जारी उस निर्देश को बुधवार को रद्द कर दिया, जिसमें उन्हें सुनसान जगहों पर अकेले जाने से बचने की सलाह दी गई थी।