राजनीति में शामिल होने के महीनों बाद कंगना रणौत का बड़ा बयान, कहा- मुझे एक्टर होने से नफरत है
बॉलीवुड अभिनेत्री और हिमाचल के मंडी से भाजपा सांसद कंगना रणौत अपने बेबाक बयानों के चलते हमेशा सुर्खियों में रहती हैं। इन दिनों वह अपनी आगामी फिल्म ‘इमरजेंसी’ को लेकर चर्चा में हैं। इसमें वह पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका में दिखाई देंगी। कंगना करीब 18 वर्षों से बॉलीवुड में सक्रिय हैं। हाल ही में उन्होंने कहा कि उन्हें एक्टर होने से नफरत है। मगर निर्देशक बनना पसंद है।
कंगना रणौत से बातचीत के दौरान पूछा गया कि अभिनेत्री होना या फिल्म निर्माण करना, क्या अधिक चुनौतीपूर्ण है। इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘नहीं, अभिनय बिल्कुल भी चुनौतीपूर्ण नहीं है। मुझे लगता है कि मेरे लिए अभिनय बहुत निष्क्रिय है। मुझे एक्टर बनना बिल्कुल पसंद नहीं है। मुझे इससे बहुत नफरत है। यह मैं आपको नहीं बता सकती क्योंकि आप सेट पर आते हैं और हमेशा यही सोचते रहते हैं कि क्या हो रहा है?’
कंगना ने आगे कहा, ‘इसके अलावा आप सोचते हैं कि मेरे जीवन में क्या चल रहा है? मैं क्या कर रही हूं? आप जानते हैं, कितना समय बर्बाद हो रहा है। हम सभी के पास इतना सीमित समय है और ये मेरे जीवन के सबसे अच्छे साल हैं। फिर वहां एडी है, जो कहता है कि हम तैयार हैं और जब आप तैयार होते हैं। तो वे कहते हैं रुको, रुको, भले ही आप मुख्य भूमिका में हों। आप जानते हैं, मुझे इससे नफरत है।’
अभिनेत्री ने कहा, ‘निर्देशक होने के नाते मुझे निर्देशक बनना पसंद है। आप सब जानते हैं, आप मुझसे पूछते हैं कि क्या चल रहा है? मुझे पता है। मैं आपको बताऊंगी।’ उन्होंने आगे कहा, ‘मुझे लगता है कि मैं उन बेहतर निर्देशकों में से एक हूं, जो समझते हैं कि एक अभिनेता होना कितना असुरक्षित है। आप जानते हैं कि एक्टर्स सेट पर मेरे पसंदीदा लोग हैं। क्योंकि मैं जानती हूं कि उनके दिमाग में क्या चल रहा है। इसलिए मुझे उनका ख्याल रखना पसंद है।’
उन्होंने कहा, ‘मैं उनसे कहती हूं यहां आकर बैठो। देखो अभी यह चल रहा है। मुझे उनका मार्गदर्शन करना अच्छा लगता है। मुझे अभिनेता बनना पसंद नहीं है।’ वर्क फ्रंट की बात करें तो कंगना जल्द ही ‘इमरजेंसी’ में दिखाई देंगी। ये फिल्म 6 सितंबर को रिलीज होने वाली है। ‘इमरजेंसी’ 1975 में सामने आई सच्ची घटनाओं पर आधारित है। इसमें अनुपम खेर और श्रेयस तलपड़े भी प्रमुख भूमिकाओं में हैं।