झोपड़ी में रहने वाली महिला को बनाया तीन करोड़ की जमीन की मालकिन, फिर लेखपाल ने किया ये खेल
बरेली: बरेली में जमीन कब्जाने के मामले में जेल भेजे गए निलंबित चकबंदी लेखपाल सावन कुमार के भूमाफिया गिरोह की करतूतें लगातार सामने आ रही हैं। इस गिरोह ने शहर में कई जमीनें कब्जा रखी थीं। यह गिरोह विवादित जमीनों को अनुसूचित जाति की महिलाओं को आगे करके हड़प लेता था। इस गिरोह की सदस्य पीलीभीत के जहानाबाद थाने के गांव गोछ निवासी रेनू को बारादरी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
महिला झोपड़ी में रहती थी लेकिन गिरोह ने उसे कागजों में करोड़ों की जमीन का मालकिन बनाकर बैनामे कराए लिए। उससे करीब तीन करोड़ की जमीन के आठ बैनामा कराए गए और बदले में 15 हजार रुपये ही दिए गए। उसके नाम से विवादित जमीनों की खरीद फरोख्त की जाती थी। उसने भी यह स्वीकार किया है कि उसके पास कोई भी जमीन नहीं है। अब पुलिस को आरोपी ट्रांसपोर्टर और उसके मैनेजर की तलाश है।
लेखपाल के गिरोह में रसूखदारों की फौज
निलंबित चकबंदी लेखपाल सावन कुमार के गिरोह में रसूखदारों की फौज शामिल है। आरोपी लेखपाल और उसके साथी को जेल भेजा जा चुका है। उसके गिरोह में बड़े ट्रांसपोर्टरों से लेकर प्रॉपर्टी डीलर तक शामिल हैं। उसको फाइनेंसरों का साथ मिला तो उसने जमीन पर कब्जे के लिए पैंतरों का इस्तेमाल शुरू कर दिया। सावन का दिमाग और फाइनेंसरों का रुपया लगा तो शहर में बेशकीमती जमीन पर कब्जे शुरू हो गए।
सावन के गिरोह में फाइनेंसर के तौर पर अंकिश त्रिपाठी, अक्षित सिंह और विजय अग्रवाल जैसे लोग शामिल हैं। रजिस्ट्री दफ्तर से लेकर न्यायालय तक को गुमराह कर आदेश लेने का काम सावन करवाता था। ऐसे कामों में फाइनेंसर रुपये लगाते थे। ट्रांसपोर्टर व पेट्रोल पंप समेत कई प्रतिष्ठानों का मालिक बताया जा रहा विजय अग्रवाल भी लेखपाल गिरोह के मुकदमों में नामजद होने के बाद से लापता हो गया है। सूत्रों के मुताबिक विजय अग्रवाल ही गिरोह का सरगना है।