AFC ने भट्टाचार्जी से सबूत मांगे, AIFF अध्यक्ष कल्याण चौबे पर लगाए थे भ्रष्टाचार के आरोप
एशियाई फुटबॉल परिसंघ (एएफसी) ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के अपदस्थ प्रमुख कानूनी सलाहकार नीलांजन भट्टाचार्जी से राष्ट्रीय महासंघ के प्रमुख कल्याण चौबे के खिलाफ लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों के सबूत सौंपने को कहा है। एआईएफएफ अध्यक्ष चौबे ने इस संबंध में छह मार्च को भट्टाचार्जी को कानूनी नोटिस भेजा था।
18 मार्च तक रिपोर्ट पेश करने को कहा
भट्टाचार्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में आरोप लगाया था कि चौबे ने निविदा प्रक्रियाओं में पारदर्शिता नहीं बरती और उन्होंने व्यक्तिगत खर्चों के लिए ‘महासंघ से पैसा निकालने’ का प्रयास किया। एएफसी ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए भट्टाचार्जी को 18 मार्च तक पूर्ण लिखित रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा।
AFC के लिसाट ने भट्टाचार्जी को लिखा पत्र
एएफसी अनुशासन और नैतिकता समिति के उप सचिव बैरी लिसाट ने मंगलवार को भट्टाचार्जी को संबोधित पत्र में कहा, ‘हम संलग्न मीडिया रिपोर्टों के संदर्भ में आपको यह पत्र लिख रहे हैं, जिनसे पता चलता है कि आपने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के अध्यक्ष कल्याण चौबे के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं।’ उन्होंने कहा, ‘इस मामले की गंभीरता को देखते हुए हम आपसे आग्रह करते हैं कि आप मामले में अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए एएफसी को 18 मार्च 2024 तक पूर्ण लिखित रिपोर्ट पेश करें।’
लिसाट ने बिना सबूत आरोप लगाने पर लगाई फटकार
पत्र में कहा गया है, ‘ऐसी रिपोर्ट में (बिना किसी सीमा के) आरोपों का संपूर्ण विवरण, ऐसे आरोपों की पुष्टि करने के लिए सबूत, एआईएफएफ (या किसी अन्य निकाय/व्यक्ति) पर आरोपों के मामले में आपके द्वारा उठाए गए कदम और इससे संबंधित कोई अन्य प्रासंगिक जानकारी या दस्तावेज शामिल होने चाहिए।’
चौबे ने भट्टाचार्जी के आरोपों का आधारहीन बताया था
चौबे ने इन आरोपों को आधारहीन करार देकर भट्टाचार्जी पर उनकी छवि खराब करने का आरोप लगाया था। वहीं, भट्टाचार्जी ने एएफसी के पत्र पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि वह निर्धारित समय के अंदर अपना जवाब सौंप देंगे। भट्टाचार्जी ने पीटीआई से कहा, ‘मैं खुश हूं क्योंकि कम से कम एएफसी ने मेरे आरोपों पर संज्ञान लिया जबकि एआईएफएफ के भीतर कुछ लोगों को छोड़कर बाकी ने चुप रहना ही उचित समझा। यह शुरुआत हो सकती है। मैं अपने पास मौजूद सभी सबूत निर्धारित समय के भीतर एएफसी को सौंप दूंगा।’