इस्राइल-हिजबुल्ला युद्धविराम के बाद लेबनान में लोगों का घर लौटना शुरू, इस मुद्दे पर अभी भी तनाव

इस्राइल और हिजबुल्ला के बीच हुए युद्धविराम समझौते के बाद मंगलवार को दक्षिणी लेबनान में लोगों ने अपने-अपने घर लौटना शुरू कर दिया। दक्षिणी लेबनान का इलाका हिजबुल्ला का गढ़ माना जाता है। नवंबर में इस्राइल और हिजबुल्ला के बीच युद्धविराम समझौता हुआ था, लेकिन हाल तक भी दक्षिणी लेबनान में इस्राइली सैनिक तैनात थे। अब इस्राइली सैनिकों की वापसी के बाद लेबनान के सैनिक उनकी जगह तैनात हो गए हैं।

इस मुद्दे पर अभी भी है तनाव
लेबनान की सेना ने पहले इलाके की जांच की और फिर सड़कों पर इस्राइली सैनिकों द्वारा लगाए गए अवरोधों को हटाया। हालांकि खबर लिखे जाने तक लोगों को अपने-अपने घर जाने की इजाजत नहीं दी गई थी क्योंकि लेबनान की सेना इलाके में विस्फोटकों की जांच कर रही थी। इस्राइली सेना ने भी ड्रोन के जरिए हालात पर निगरानी रखी। इस्राइल और हिजबुल्ला के बीच भले ही युद्धविराम हो गया है, लेकिन अभी भी एक मुद्दे को लेकर दोनों पक्षों में तनाव है। दरअसल इस्राइली सेना ने पांच रणनीतिक तौर पर अहम पोस्ट खाली नहीं किए हैं। इस्राइल का कहना है कि वे इन पोस्ट से निगरानी जारी रखेंगे ताकि हिजबुल्ला आगे इस्राइल पर हमले न कर सके।

इस्राइल हिजबुल्ला की लड़ाई में चार हजार से ज्यादा लोग मारे गए
वहीं हिजबुल्ला द्वारा इसका विरोध किया जा रहा है और उनकी मांग है कि इस्राइली सेना पूरी तरह से लेबनान से हट जाए। इस्राइल के रक्षा मंत्री इस्राइल काट्ज ने बताया कि इस्राइली सेना बफर जोन में पांच रणनीतिक ठिकानों पर कब्जा कायम रखेगी। साथ ही अपनी सीमा में भी सुरक्षा चौकसी को बेहतर किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि हमास के इस्राइल पर हमले के बाद हिजबुल्ला ने भी हमास के समर्थन में इस्राइल पर हमले शुरू कर दिए थे। इसके बाद बीते साल अक्तूबर में इस्राइल ने हिजबुल्ला के खिलाफ पूर्ण युद्ध की शुरुआत कर दी। इस्राइल के हमलों में हिजबुल्ला का पूरा शीर्ष नेतृत्व खत्म हो चुका है। इस्राइल और हिजबुल्ला की लड़ाई में 4 हजार से ज्यादा लोग मारे गए और 10 लाख से ज्यादा लोग विस्थापित हुए।

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