सुरक्षा में चूक की घटना के बाद सरकार का बड़ा फैसला, परिसर में तैनात किए सीआईएसएफ के 140 जवान
गृह मंत्रालय (एमएचए) ने नए उपाय के तहत केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के 140 कर्मियों को संसद परिसर में तैनात किया गया है। यह कदम 31 जनवरी को शुरू हो रहे बजट सत्र से पहले आगंतुकों और उनके सामान की तलाशी लेने के लिए उठाया गया है। आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
पिछले साल दिसंबर में संसद की सुरक्षा में सेंध का मामला सामने आया था। जब कुछ लोग रंगीन धुएं के कनस्तरों के साथ लोकसभा और संसद परिसर में घुस गए थे। इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) ने सुरक्षा समीक्षा की थी। सीआईएसएफ के कुल 140 कर्मियों ने सोमवार से संसद भवन परिसर की सुरक्षा का जिम्मा संभाल लिया है। सूत्रों ने बताया कि ये जवान आगंतुकों और उनके सामान की तलाशी लेंगे। इसके अलावा, इमारत को अग्नि सुरक्षा कवर भी प्रदान करेंगे।
अधिकारियों ने बताया कि सेना पहले मौजूद अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ संपर्क में है, ताकि वे 31 जनवरी को शुरू होने वाले बजट सत्र के दौरान अपने काम के लिए तैयार रहें। सूत्रों ने कहा, सीआईएसएफ नए और पुराने संसद भवन में हवाई अड्डे जैसी सुरक्षा प्रणाली अपनाएगा। जिसमें एक्स-रे मशीनों, स्कैनर और हाथ से पकड़े जाने वाले डिटेक्टर के जरिए जूते, भारी जैकेट और बेल्ट आदि की तलाशी ली जाएगी।
सीआईएसएफ में करीब 1.70 लाख कर्मी हैं। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस पुलिस बल (सीएपीएफ) गृह मंत्रालय के तहत काम करता है। यह देश के 68 असैन्य हवाई अड्डों और हवाई क्षेत्र व परमाणु उर्जा क्षेत्र के महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा करता है। सूत्रों ने इससे पहले बताया था कि नए व पुराने संसद परिसर और उनसे जुड़े भवनों को सीआईएसएफ के व्यापक सुरक्षा घेरे में रखा जाएगा। जिसमें संसद सुरक्षा सेवा (पीएसएस), दिल्ली पुलिस और सीआरपीएफ के संसदीय ड्यूटी ग्रुप के कर्मी शामिल होंगे।