गर्मी में 40 फीसदी तक बढ़ सकता है हवाई किराया, इस साल घरेलू और विदेश में बढ़ी मांग
इस साल गर्मी में यात्रा करना आपको महंगा पड़ सकता है। अप्रैल-जून के हवाई किराये अभी से आसमान पर पहुंचने लगे हैं। पिछले साल की तुलना में इनकी कीमतों में 30-40 फीसदी तक की तेजी की संभावना है। घरेलू एयरलाइंस के अधिकारियों के मुताबिक, गर्मी के मौसम में भारतीय बड़े पैमाने पर घूमने की योजना बना रहे हैं। लेकिन उड़ानों के कम होने से हवाई किराये में बढ़ोतरी होने की संभावना है।
उद्योग के सूत्रों के मुताबिक, अप्रैल से जून के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ान बुकिंग पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 37 फीसदी अधिक है। यूरोप में बुक किए गए होटल के कमरे की रातों के माध्यम से विभिन्न देशों से आने वाले आगंतुकों की संख्या को दर्शाता है। विदेश में यूरोप सबसे ज्यादा पसंद किया जा रहा है और यहां होटलों व टिकटों की जबरदस्त मांग है। सूत्रों के अनुसार, यदि पायलटों के काम के घंटों के नए नियम लागू होते हैं, तो उद्योग को उड़ानें लगभग 15% कम करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। इंडिगो गर्मी के मौसम के लिए घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों उड़ानों के लिए नए मार्ग जोड़ रही है। मार्च अंत से बंगलूरू से इंडोनेशिया के बाली के लिए उड़ानें शुरू करेगी। मुंबई और कोलंबो के बीच उड़ानें बढ़ाएगी।
यात्रा के लिए सर्च 150 फीसदी बढ़ा…
पिछले साल की तुलना में अप्रैल और मई में ऑनलाइन ट्रैवल कंपनियों की वेबसाइट पर अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए सर्च 150 फीसदी तक बढ़ गया है। स्कैंडिनेवियाई क्रूज़ और अलास्का से भारतीय यात्रियों की यात्रा में भी पिछले वर्ष की तुलना में 25 फीसदी की वृद्धि हुई है। लक्षद्वीप में भी मजबूत मांग देखी जा रही है।
पायलटों की कम संख्या से प्रभावित हो रहीं उड़ानें
छोटी एयरलाइनों में इंजन और वित्तीय समस्याओं के कारण 200 विमान खड़े रहने की आशंका है। अगर सरकार एक जून से लागू होने वाले नए पायलट ड्यूटी घंटों को स्थगित नहीं करती है, तो एयरलाइंस उड़ानें रद्द करने के लिए मजबूर होंगे। नए नियमों में रात 12 बजे से सुबह 5 बजे तक की ड्यूटी को एक घंटे तक बढ़ाया गया है। ड्यूटी की अवधि को 10 घंटे तक सीमित किया गया है।