ममता बनर्जी को बनारस में दिखाए गए काले झंडे , देख भड़के अखिलेश यादव
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को वाराणसी में तीन जगहों पर काले झंडे दिखाए जाने को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमत्री अखिलेश यादव ने कड़ा एतराज जताया।
उन्होंने बीजेपी पर हार के डर और बौखलाहट में ऐसा करने का आरोप लगाया। अखिलेश यादव ने एक ट्वीट के जरिए बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा पश्चिम बंगाल में हुई हार के सदमे से अभी भी नहीं उबरी है इसीलिए बनारस में काले झंडे दिखा रही है।
गौरतलब है कि कल वाराणसी में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को तीन स्थानों पर काले झंडे दिखाए गए थे। चेतगंज लेबर चौराहे के पास जुटे हिंदू युवा वाहिनी के 20-25 कार्यकर्ताओं ने काले झंडे लहराकर उनका विरोध किया। ममता गाड़ी से उतरकर विरोध करने वालों के सामने आ गईं और कुछ मिनट तक वहीं खड़ी रहीं। गंगा आरती के लिए जाते वक्त गोदौलिया चौराहा और दशाश्वमेध पर भी भाजपा के झंडे लहराकर और जय श्रीराम के नारे लगाकर उनका विरोध किया। आरती से लौटते वक्त गोदौलिया चौराहे पर भी दो युवकों ने उन्हें काले झंडे दिखाए।
इस पर अपना गुस्सा जाहिर करते हुए अखिलेश यादव ने अपने ट्वीट में लिखा- ‘ भाजपा के बिगड़े हालात हैं, क्योंकि दीदी-भइया साथ हैं। भाजपा प.बंगाल में हुई शर्मिंदा हार के सदमे से अभी भी नहीं उबरी है, इसीलिए सुश्री ममता बनर्जी जी को बनारस में काले झंडे दिखा रही है। ये भाजपाइयों की हताशा का ही दूसरा रूप है क्योंकि वो जानते हैं कि वो उप्र भी बुरी तरह हार रहे हैं।’
सीएम ममता बनर्जी तय कार्यक्रम के अनुसार बुधवार शाम 4:30 बजे ममता बनर्जी बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचीं थीं। वहां पार्टी नेताओं ने उनका स्वागत किया। कुछ देर के विश्राम के बाद शाम साढ़े पांच बजे के बाद वह दशाश्वमेध घाट के लिए निकलीं।
इसी दौरान चेतगंज में पहले से तैयार खड़े हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ता उनके सामने आ गए और काले झंडे लहराते हुए ‘ममता वापस जाओ’ के नारे लगाने लगे। ममता का काफिला रुका तो वह कार से उतर गईं और विरोध करने वालों के सामने कुछ देर तक खड़ी रहीं। ममता बनर्जी की सुरक्षा टुकड़ी और चेतगंज पुलिस ने विरोध कर रहे युवकों को पीछे खदेड़ा। ममता ने कहा कि हार के डर से सत्ताधारी दल के इशारे पर उनका विरोध कराया जा रहा है।