ऑल इंडिया आदिवासी कांग्रेस ने नये संसद भवन के उद्घाटन में मुर्मु को नजरअंदाज करने पर जताया खेद…
ऑल इंडिया आदिवासी कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को मोदी सरकार पर नये संसद भवन के उद्घाटन के लिए देश की पहली महिला राष्ट्रपति को निमंत्रित नहीं कर आदिवासियों का ‘अपमान करने’ का आरोप लगाया और इस कदम के विरूद्ध 26 मई को देशव्यापी प्रदर्शन का ऐलान किया।
यहां कांग्रेस मुख्यालय में ऑल इंडिया आदिवासी कांग्रेस के प्रमुख शिवाजीराव मोघे ने कहा कि राष्ट्रपति के बजाय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नये संसद भवन का उद्घाटन लोकतंत्र का ‘अपमान’ है।
राष्ट्रपति संसद का महत्वपूर्ण अंग होते हैं क्योंकि यह राष्ट्रपति ही हैं जो संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हैं। यह राष्ट्रपति ही हैं जिन्हें संसद का उद्घाटन करना चाहिए।”
कांग्रेस के तहत ऑल इंडिया आदिवासी कांग्रेस के प्रमुख मोघे ने कहा, ” मैं नहीं जानता कि क्या यह इसलिए हो रहा है क्योंकि हम आदिवासी हैं।”
सरकार पर मोघे का हमला ऐसे समय हो रहा है जब एक दिन पहले ही 20 विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नये संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने की घोषणा की है।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी कहा कि संसद के नए भवन का उद्घाटन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को करना चाहिए और अगर ऐसा नहीं होता है तो उनकी पार्टी उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं होगी।