अमेरिका में एक और भारतीय छात्र की मौत, इंडियाना में मृत मिला; इस साल ऐसी छठी घटना
अमेरिका में भारतीय छात्रों को निशाना बनाने की घटनाएं बढ़ गई हैं। इंडियाना राज्य के पर्ड्यू विश्वविद्यालय में भारतीय छात्र मृत पाया गया। वहीं, एक अन्य भारतीय छात्र पर शिकागो में हमला किया गया गया। रविवार के बाद से देश में इस तरह की छह घटनाएं सामने आ चुकीं हैं।
विश्वविद्यालय की स्वतंत्र समाचार एजेंसी ‘द पर्ड्यू एक्सपोनेंट’ के मुताबिक, तेईस वर्षीय समीर कामथ मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डॉक्टरेट के अभ्यर्थी थे। वह सोमवार को वॉरेन काउंटी में मृत पाए गए। मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख एकहार्ड ग्रोल ने मंगलवार को समीर की मौत की पुष्टि की। एजेंसी ने कहा कि समीर का शव का जंगल में मिला। समीर ने मैसैचुसेट्स एमहर्स्ट विश्वविद्याल से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक किया था। इसके बाद वह 2021 के गर्मी के दिनों में पर्ड्यू आए थे। उन्हें 2025 में डॉक्टरेट कार्यक्रम में शामिल होना था।
शिकागो में भारतीय आईटी छात्र पर हमला
एक अन्य घटना में, भारतीय आईटी छात्र सैयद मजाहिर पर रविवार को शिकागो शहर में हमला किया गया। घटना उनके घर के पास ही हुई। अज्ञात लोगों ने उनका पीछा किया और बेरहमी से हमला किया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें अली खून से लथपथ दिखाई दे रहे हैं।
अली करीब छह महीने पहले हैदराबाद से अमेरिका आए थे। उन्होंने एक समाचार चैनल को बताया कि हमलावरों में से एक ने उन पर बंदूक तान दी थी। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि अली रात हाथ में एक पैकेट ले जाते हुए अपने घर जा रहे हैं। तभी तीन लोग उनका पीछा करते हैं। इसके बाद वे अली पर हमला कर देते हैं।
अली ने बताया कि उन्हें एक स्थानीय अस्पताल में ले जाया गया, जहां उनका उपचार हुआ। उन्होंने कहा, अमेरिका मेरा सपनों का देश रहा है और मैं यहां अपने सपनों को पूरा करने के लिए आया हूं। इस घटना ने मुझे सहमा दिया है। खबरों के मुताबिक, पुलिस ने अब तक किसी संदिग्ध को हिरासत में नहीं लिया है। मामले की जांच जारी है।
वहीं, इस मामले पर भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने भी प्रतिक्रिया दी है। महावाणिज्य दूतावास ने एक्स पर लिखा कि वह अली और उनकी पत्नी सैयदा रुकिया फातिमा रिजवी के संपर्क में है और हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। महावाणिज्य दूतावास ने स्थानीय अधिकारियों से भी संपर्क किया है। अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं। अली की पत्नी रुकिया ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी संपर्क किया है और तीन नाबालिग बच्चों के साथ अमेरिका जाने में मदद करने का अनुरोध किया है।