बादल नहीं करना चाहता था माता-पिता से बात, फिर बोला-सना के बिना जीवन की कल्पना नहीं
अलीगढ़: फेसबुक पर हुए प्यार के चक्कर में बिना वीजा-पासपोर्ट पाकिस्तान पहुंचे बरला के बादल बाबू की रिहाई कब होगी यह अभी तय नहीं। बादल के खिलाफ जांच कर रही पुलिस टीम अभी 18 बिंदुओं पर उससे सवाल-जवाब करेगी, उन जवाबों का सत्यापन करेगी। तब चार्जशीट दायर करेगी। अभी चार्जशीट न पहुंचने के कारण अदालत ने अगली सुनवाई के लिए सात फरवरी की तारीख तय की है।
पाकिस्तान से बादल के परिवार को जानकारी देते हुए अधिवक्ता ने बताया कि पुलिस की जांच अभी पूरी नहीं हुई है। इसीलिए चार्जशीट न्यायालय में नहीं पहुंच सकी है। उसके लिए पुलिस ने 18 बिंदुओं पर सवाल तय किए हैं। जिसमें बॉर्डर से पाकिस्तान में सना के घर तक कैसे और किस रूट से पहुंचा? किस जगह से वह पाकिस्तान में दाखिल हुआ? इन सब पर जवाब लेकर सत्यापन करेगी। अब तक पुलिस बादल की बातों से पूरी तरह से संतुष्ट नहीं है। सना व उसके परिवार वालों के अलावा पुलिस हाजी खां असगर व अन्य लोगों के बयानों की कार्रवाई भी पूरी नहीं कर सकी है। बादल के पिता कृपाल सिंह के अनुसार अधिवक्ता ने बताया है कि बादल को पुलिस के 18 सवालों के जवाब देने होंगे।
बरला के गांव खिटकारी के कृपाल सिंह का बेटा बादल बाबू 15 अक्तूबर को फेसबुक पर बनी प्रेमिका सना रानी से मिलने पाकिस्तान उसके घर पहुंच गया था। 27 दिसंबर को पाकिस्तानी पुलिस ने उसे पकड़ लिया था। तब से वह जेल में है।
इस्लाम कबूलना स्वीकारा, पर नाम नहीं बदला
पाकिस्तान की जेल में बंद बादल बाबू ने माता-पिता से बात करते वक्त इस्लाम कबूलने की बात तो स्वीकारी। मगर अभी नाम नहीं बदला है। न ही उसने किसी कारी या मौलवी के समक्ष कलमा पढ़कर विधिवत तरीके से इस्लाम धर्म अपनाना बताया है। कृपाल सिंह बताते हैं कि हो सकता है कि उसने इस्लाम स्वीकारना किसी दबाव में कहा हो। इसीलिए अपना नाम न बदला हो।