आईओए का बड़ा फैसला, ओलंपिक जाने वाले पहलवानों को देगा सहयोग, विनेश की मांग भी स्वीकारी
ओलंपिक जाने वाले देश के छह पहलवानों को सहायता देने पर भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने बड़ा बयान जारी किया है। बताया जा रहा है कि संघ पहलवानों की मदद करेगा। इसके अलावा राष्ट्रीय ओलंपिक समिति और डब्ल्यूएफआई (भारतीय कुश्ती महासंघ) ने शीर्ष पहलवान विनेश फोगाट की ट्रेनिंग के लिए और अधिक मदद के अनुरोध को भी स्वीकार कर लिया है।
छह भारतीय पहलवानों में महिला वर्ग में विनेश फोगाट (50 किग्रा), अंतिम पंघाल (53 किग्रा), अंशु मलिक (57 किग्रा), निशा दहिया (68 किग्रा) और रीतिका हुड्डा (76 किग्रा) तथा पुरुष वर्ग में अमन सहरावत (57 किग्रा) ने पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालिफाई किया है।
आईओए अध्यक्ष पीटी ऊषा ने सोमवार को जारी एक बयान में कहा कि इस कदम का उद्देश्य पहलवानों के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि हमारे पहलवानों को सर्वश्रेष्ठ संसाधन की मदद मिले जिससे वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकें। यह फैसला हमारी ऐसे माहौल को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता के अनुरूप है जिसमें खिलाड़ी आगे बढ़ सकें।”
आईओए और डब्ल्यूएफआई पहलवानों के लिए ओलंपिक तक एक ऐसी सहयोगी टीम बनाने की योजना बना रहे हैं जिसमें कोच, फिजियोथेरेपिस्ट, पोषण विशेषज्ञ, मेंटल कंडिशनिंग कोच और अन्य जरूरी स्टाफ शामिल हों।
डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा कि एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता विनेश को पेरिस ओलंपिक की ट्रेनिंग के लिए और सहयोगी स्टाफ मुहैया कराया जायेगा। उन्होंने कहा, “हम सुनिश्चित करेंगे कि विनेश और हमारे अन्य सभी पहलवानों को अच्छा प्रदर्शन करने और भारत का तिरंगा ऊंचा रखने के लिए जरूरी सहयोगी स्टाफ मिले।”