महंगाई के मोर्चे पर सरकार को बड़ी राहत, Wholesale Inflation रेट में दिखी नरमी
महंगाई के मोर्चे पर सरकार को इस सप्ताह लगातार दूसरी राहत मिली है. खुदरा महंगाई के बाद अब थोक महंगाई में भी नरमी देखने को मिली है.कच्चे और खाद्य तेलों सहित वैश्विक वस्तुओं की कीमतों में कुछ नरमी के बीच, भारत की थोक महंगाई जून में 15.18% पर आ गई।
इससे अगले महीने मौद्रिक नीति समिति की अहम बैठक से पहले रिजर्व बैंक को भी राहत मिलेगी. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, जून महीने में थोक महंगाई की दर 15.18 फीसदी रही. यह मई के 15.88 फीसदी की तुलना में कम है. जून 2022 में खाद्य पदार्थों की कीमतें एक साल पहले की तुलना में14.39% बढ़ी हैं। सब्जियों में मूल्य वृद्धि की दर 56.75% थी.
यह लगातार तीसरा ऐसा महीना है, जब थोक महंगाई की दर 15 फीसदी के पार रही है. इसके बाद मई में थोक महंगाई ने नया रिकॉर्ड बना दिया था. हालांकि जून में आंकड़ों में कुछ नरमी आने से राहत के संकेत दिख रहे हैं. जबकि आलू और फलों में मूल्य वृद्धि क्रमशः 39.38% और 20.33% थी।
ईंधन और बिजली की कीमतों में 40.38% की वृद्धि हुई। जून में कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस की मुद्रास्फीति 77.29% थी। जब थोक महंगाई की दर 15 फीसदी के पार निकली है. इससे पहले साल 1998 के दिसंबर महीने में थोक महंगाई 15 फीसदी से ऊपर रही थी.