बिलावल भुट्टो ने आम चुनाव में पारदर्शिता की कमी की बात स्वीकारी, कहा- गड़बड़ियां बंद होनी चाहिए
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने फरवरी में हुए आम चुनाव की आलोचना की। उन्होंने आम चुनाव में पारदर्शिता की कमी को स्वीकार किया। बिलावल भुट्टो ने दावा किया कि आठ फरवरी के चुनावों में पाकिस्तान के इतिहास में सबसे बड़ी धांधली हुई थी। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिलावल भुट्टो ने आम चुनावों में होने वाली धांधली के मुद्दे को खत्म करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि राजनेताओं को इस बात से सहमत होना होगा कि चुनाव निष्पक्ष तरीके से हो और इसके परिणाम को स्वीकार किए जाने चाहिए।
बिलावल ने अन्य पार्टियों और राजनेताओं की तरफ से पैदा की जाने वाली बाधाओं पर अफसोस जताया। विकास पहलों के संबंध में बिलावल ने लीवर प्रत्यारोपण के लिए गम्बत में एक आधुनिक अस्पताल की स्थापना का हवाला देते हुए स्वास्थ्य सेवा में सिंध सरकार की उपलब्धियों की प्रशंसा की। उन्होंने क्वेटा में भी इस तरह के विकास का वादा किया।
पीपीपी के घोषणापत्र पर चर्चा करते हुए बिलावल ने राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) को खत्म करने पर जोर दिया। उन्होंने राजनीतिक इंजीनियरिंग और राजनेताओं की प्रतिष्ठा को धूमिल करने के लिए एनएबी की आलोचना की। उन्होंने दावा किया कि इससे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं पर प्रभाव पड़ा।
2024-25 के बजट पर टिप्पणी करते हुए बिलावल ने कहा कि पीपीपी ने देश के हालात को स्थिर करने के लिए पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) का समर्थन किया। दोनों पार्टियों के बीच हुए समझौतों को जारी रखने के लिए उन्होंने पीएमएल-एन की असफलता पर असंतोष जताया। इसी के साथ उन्होंने स्वास्थ्य क्षेत्र, आर्थिक सुधार, राष्ट्रीय चुनौतियों से निपटने के लिए अपनी पार्टी में के प्रयासों को रेखांकित किया।