सैमसंग-शायोमी जैसी कंपनियों की अमेजन-फ्लिपकार्ट से सांठगांठ? सीसीआई ने बताया उपभोक्ताओं के हितों के खिलाफ
सैमसंग, शायोमी और कई अन्य स्मार्टफोन कंपनियों की ई-कॉमर्स कंपनियों अमेजन और फ्लिपकार्ट के साथ कथित सांठगांठ का खुलासा हुआ है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मोबाइल कंपनियां अमेजन और फ्लिपकार्ट के साथ मिलकर विश्वास विरोधी कानून का उल्लंघन कर रहीं हैं। इस मामले में प्रतिस्पर्धा आयोग ने नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
ई-कॉमर्स कंपनियों अमेजन-फ्लिपकार्ट पर लगे आरोप
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रतिस्पर्धा आयोग ने जांच के दौरान पाया कि अमेजन और फ्लिपकार्ट ने स्थानीय प्रतिस्पर्धी कानून का उल्लंघन किया है और चुने हुए बिक्रीकर्ताओं के उत्पादों को लिस्टिंग में प्राथमिकता दी और साथ ही उत्पादों पर छूट देकर अन्य कंपनियों को नुकसान पहुंचाया। प्रतिस्पर्धा आयोग की रिपोर्ट में अमेजन पर आरोप है कि उसने पांच कंपनियों- सैमसंग, शायोमी, मोटोरोला, रीयलमी और वन प्लस को फायदा पहुंचाया और इन कंपनियों के एक्सक्लूसिव फोन्स को अपने प्लेटफॉर्म पर लॉन्च कराया। इस तरह अमेजन ने प्रतिस्पर्धा कानून का खुला उल्लंघन किया।
वहीं सीसीआई ने फ्लिपकार्ट पर आरोप लगाया कि इसने सैमसंग, शायोमी, मोटोरोला, वीवो, लिनोवो और रीयलमी जैसी कंपनियों के उत्पादों को लिस्टिंग आदि में प्राथमिकता के साथ ही इनके उत्पादों पर छूट दी। सीसीआई का कहना है कि यह मुक्त और निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा के नियम के खिलाफ है, साथ ही यह उपभोक्ताओं के हितों के भी खिलाफ है। अभी तक इस मामले में शामिल किसी भी मोबाइल कंपनी और न ही अमेजन या फ्लिपकार्ट की तरफ से कोई बयान जारी किया गया है।
इससे छोटे दुकानदारों को हो रहा नुकसान
सीसीआई की ताजा रिपोर्ट अमेजन और फ्लिपकार्ट के लिए झटका साबित हो सकती है क्योंकि ये कंपनियां पहले ही छोटे दुकानदारों की नाराजगी का सामना कर रही हैं। छोटे दुकानदारों का कहना है कि ये कंपनियां भारत के खुदरा बाजार में अपना स्वामित्व स्थापित करने की कोशिश कर रही हैं। दुकानदारों का आरोप है कि कंपनियां अपने एक्सक्लूसिव फोन अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी वेबसाइट्स को उपलब्ध करा रही हैं, इससे ग्राहक जब उनकी दुकान पर आते हैं तो उन्हें निराशा हाथ लगती है। ऐसे में वे ऑनलाइन ही मोबाइल फोन और अन्य गैजेट्स की खरीददारी कर रहे हैं।