3500 करोड़ की अकूत संपदा के मालिक हैं ‘बालक राम’, भूमिपूजन के साथ शुरू हुआ था दान अर्पण
भव्य-दिव्य मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है। ‘बालक राम’ 3500 करोड़ की अकूत संपदा के मालिक हैं। राममंदिर निर्माण के लिए देश-दुनिया के रामभक्तों ने दिल खोलकर दान किया है। प्राण प्रतिष्ठा के पहले दिन ही रामलला को 3़ 17 करोड़ का दान मिला। पटना के महावीर मंदिर की ओर से राममंदिर के लिए 10 करोड़ रुपये दान में दिए गए हैं। महावीर मंदिर ने साल 2020, 2021, 2022, 2023 और 2024 में राम मंदिर के लिए 2-2 करोड़ रुपये करके दान दिया है। यह किसी धार्मिक संस्था की ओर से दिया गया सबसे बड़ा दान है। महावीर मंदिर की ओर से सोने का तीर-धनुष भी भेंट किया गया है। आध्यात्मिक गुरु मोरारी बापू ने अपने भक्तों की ओर से राममंदिर ट्रस्ट को 11 करोड़ की निधि समर्पित की है। गुजरात के हीरा कारोबारी गोविंदभाई ढोलकिया भी 11 करोड़ रुपये दान में दे चुके हैं।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह में 22 जनवरी को मुकेश अंबानी पत्नी नीता अंबानी, बेटी ईशा और दामाद आनंद पीरामल सहित पहुंचे थे। ट्रस्ट के सूत्रों के मुताबिक, अंबानी ने दो करोड़ से अधिक की निधि समर्पित की है। हीरा कारोबारी दिलीप कुमार लाखी ने 101 किलो सोने का दान किया है। इसकी कीमत 68 करोड़ रुपये आंकी जा रही है।
बताया जा रहा है कि इस सोने का उपयोग दरवाजों, त्रिशूल और डमरू में किया गया है। इसी तरह सूरत के कारोबारी मुकेश पटेल ने भगवान राम की मूर्ति के लिए 11 करोड़ रुपये का स्वर्ण मुकुट उपहार में दिया है, जो कीमती पत्थरों से जड़ा हुआ है। इसका वजन छह किलोग्राम है। इसमें छह किलो सोना है, जबकि हीरा और अन्य कीमती पत्थर जड़े हुए हैं।
निधि समर्पण अभियान में मिले थे 3500 करोड़
राममंदिर निर्माण के दौरान ट्रस्ट की ओर से 45 दिनों का निधि समर्पण अभियान वर्ष 2022 में चलाया गया था। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया कि इस अभियान में 10, 100 व 1000 रुपये की रसीद के माध्यम से भक्तों से निधि समर्पण लिया गया। देश के करीब 13 करोड़ परिवारों ने निधि समर्पित की थी। उस समय में 3500 करोड़ का दान मिला था।