रिश्वत के आरोपों को सीएम विजयन ने किया खारिज, कहा- कोई गड़बड़ी सामने नहीं आई
केरल में लोक सेवा आयोग के सदस्यों की नियुक्ति की अनियमितताओं की चर्चा के बीच केरल मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने मंगलवार को बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि अब तक सरकार के संज्ञान में ऐसी कोई अनियमितता नहीं आई है। उन्होंने कहा कि वे इस मामले की गंभीरता से जांच करेंगे। उन्होंने कहा कि कुछ मीडिया के रिपोर्ट के हिसाब से ऐसा हुआ है।
सोमवार को लोक निर्माण मंत्री रियास ने रिश्वत विवाद में अपने खिलाफ लगे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। साथ ही उन्होंने अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों को निराधार बताते हुए आरोप लगाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी थी। रियास ने कहा कि निहित स्वार्थों के कारण उनका नाम लगातार विवादों में घसीटा जा रहा है, उन्होंने कहा कि हर कोई इस तरह के कदमों के पीछे की असली मंशा जानता है।
इसके बाद केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने मंगलवार को कहा कि राज्य पीएससी एक भर्ती एजेंसी है। यह अपने तरीके से काम करती है। इसलिए यह तथ्य स्वीकार किया जा सकता है कि इसकी नियुक्तियों ने किसी प्रकार का कोई बाहरी हस्तक्षेप नहीं हुआ। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने विधानसभा में बताया कि सरकार इन आरोपों की गंभीरता से जांच कराने के लिए भी तैयार है। बता दें कि कोझिकोड में एक सीपीआई-एम नेता के खिलाफ आरोप लगाया गया था कि पीएससी सदस्य के रूप में पद हासिल करने का वादा करके एक डॉक्टर से रिश्वत ली। विपक्षी नेता वी डी सतीशन द्वारा उठाए गए इस मुद्दे पर जवाब देते हुए सीएम ने कहा कि इसके अध्यक्ष और अन्य सदस्यों की नियुक्ति भी पारदर्शी तरीके से की जाती है। उन्होंने संवैधानिक संस्था की प्रतिष्ठा को धूमिल करने वाले आरोपों को दुखद बताया। उन्होंने यह भी कहा कि “मीडिया में आई कुछ खबरों को छोड़कर पीएससी सदस्यों की नियुक्ति के संबंध में अब तक कोई अनियमितता सरकार के संज्ञान में नहीं आई है।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि नियुक्तियां अनिवार्य आवश्यकताओं के बाद की जा रही है। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि वामपंथी सरकार संवैधानिक संस्था में केवल योग्य लोगों को ही नियुक्त करती है। उन्होंने दावे के साथ कहा कि यह निश्चित रूप से कहा जा सकता है कि पीएससी सदस्यों की नियुक्ति में कोई भ्रष्टाचार नहीं होगा। सरकार आरोपों की किसी भी गंभीर जांच के लिए तैयार है। हम किसी भी तरह की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं करेंगे।
एक युवा कांग्रेस कार्यकर्ता ने ईमेल से भेजी है शिकायत
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने विपक्ष के नेता पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इस मामले में पुलिस को आज सुबह एक युवा कांग्रेस कार्यकर्ता से ईमेल के माध्यम से एक शिकायत मिली है। जिसे भी विधानसभा में सतीशन द्वारा उठाए जा रहे मुद्दे का समर्थन करने के लिए भेजा गया था। वहीं विपक्ष के नेता ने कथित रिश्वतखोरी के मुद्दे पर सत्तारूढ़ माकपा और सरकार पर तीखा हमला किया। सतीशन ने कहा कि पीएससी के पद के लिए नीलामी हुई है। अब इसकी विश्वसनीयता क्या है? यह सत्तारूढ़ माकपा का आंतरिक मामला नहीं है।