न्यूनतम पारे में कमी से शीतलहर, सड़कों पर जमने लगी ब्लैक आइस; 30 नवंबर से बदलेगा मौसम
धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश में बदले मौसम के बीच न्यूनतम पारे में कमी से ठंडक बढ़ गई है। पहाड़ी क्षेत्रों की सड़कों पर ब्लैक आइस जमने लगी है। मंगलवार देर शाम को कोकसर क्षेत्र में एक गाड़ी सड़क पर बढ़ी फिसलन के चलते पलट गई। चंबा जिले में ट्रैक और चोटियों पर ट्रैकिंग तथा पर्वतारोहण गतिविधियों पर आगामी आदेशों तक रोक लगा दी गई है। मैदानी जिलों में सुबह और शाम कोहरा पड़ने का सिलसिला बुधवार को भी जारी रहा। प्रदेश में 30 नवंबर से पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान है। हिमाचल में न्यूनतम तापमान में कमी होने से अधिकांश क्षेत्र ठंड की चपेट में आ गए हैं।
ताबो में मंगलवार रात को न्यूनतम तापमान माइनस 10.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। इस सीजन में पहली बार ताबो के न्यूनतम तापमान में इतनी अधिक कमी दर्ज हुई है। कुकुमसेरी, समदो और कल्पा का न्यूनतम तापमान भी माइनस में दर्ज किया गया है। शिमला सहित 27 स्थानों पर न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम चल रहा है। प्रदेश के उच्च पर्वतीय भागों में झरने और नदी-नाले जम गए हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार 29 नवंबर से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में सक्रिय होने की संभावना है। इसके प्रभाव से राज्य के लाहौल-स्पीति, चंबा, कांगड़ा, किन्नौर और कुल्लू जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में 30 नवंबर और दो व तीन दिसंबर को बारिश-बर्फबारी का पूर्वानुमान है। प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में मौसम शुष्क बना रहने का पूर्वानुमान है। उधर, बिलासपुर और सुंदरनगर क्षेत्र सुबह-शाम 28 नवंबर तक घना कोहरा छाए रहने का येलो अलर्ट है। बुधवार सुबह भी इन क्षेत्रों में कोहरा दर्ज किया गया। इससे कई क्षेत्रों में यातायात भी प्रभावित हो रहा है। बुधवार को ऊना में अधिकतम तापमान 26.0, बिलासपुर में 24.5, कांगड़ा में 23.5, मंडी में 23.4, सोलन में 23.0, चंबा में 22.6, नाहन में 21.6, धर्मशाला में 20.5, शिमला में 15.6, मनाली में 14.5, कल्पा में 12.1 और केलांग में 10.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ।
धूप खिलने पर भी चल रही शीतलहर
पिछले सप्ताह लाहौल की ऊंची चोटियों के साथ घाटी में हुई ताजा बर्फबारी से ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। धूप खिलने के बावजूद दिन में भी शीतलहर चल रही है। इससे स्थानीय लोगों के साथ यहां घूमने पहुंच रहे सैलानियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।