अंतरिम बजट पर कांग्रेस नेताओं ने की आलोचना, कहा- इसमें आम लोगों के लिए कुछ नहीं
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज सदन में अंतरिम बजट पेश की। कांग्रेस के कई सांसदों ने इस अंतरिम बजट को निराशाजनक करार देते हुए कहा कि इसमें आम जनता के लिए कुछ भी नहीं है। सीतारमण ने वित्त वर्ष 2024-25 का अंतरिम बजट पेश करते हुए एक तरफ आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिये पूंजीगत व्यय 11 प्रतिशत बढ़ाकर 11.11 लाख करोड़ रुपये करने का प्रस्ताव किया है। वहीं दूसरी तरफ चालू वित्त वर्ष के लिये राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को संशोधित कर इसे सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 5.8 प्रतिशत कर दिया है। कुल 47.66 लाख करोड़ रुपये के व्यय का बजट पेश किया गया है।
कांग्रेस नेताओं ने की अंतरिम बजट की आलोचना
इस अंतरिम बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा, ‘बजट भाषण बहुत छोटा और निराशाजनक था। बहुत अधिक बयानबाजी थी। कई मुद्दों को छुआ नहीं गया। बेरोजगारी जैसे मुद्दे का उल्लेख ही नहीं किया गया।’ उन्होंने आगे कहा, ‘यह सरकार अपनी विफलता को भी सफलता को रूप में पेश करेगी। आम भारतीय मतदता से पूछिए कि सरकार की नीतियों से उसकी जेब में क्या मिला तो इसका जवाब मिल जाएगा कि देश का आम आदमी क्या सोचता है।’
अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ‘क्या यह बेरोजगारों को रोजगार देने वाला बजट है? इस बजट में लोकसभा चुनाव के लिए लोगों को चुभाने के लिए कुछ नहीं है।’ लोकसभा में कांग्रेस सचेतक ने कहा कि यह बजट निराशाजनक है। यह कॉरपोरेट का हितैषी बजट है। इसमें गरीबों और आम लोगों के लिए कुछ भी नहीं है।
वहीं मनीष तिवारी ने कहा, ‘वित्त मंत्री ने अपनी वाहवाही की है और 10 साल पहले की सरकार को कमतर दिखाने की कोशिश की है। सदन में चर्चा के दौरान इसका विस्तृत जवाब दिया जाएगा।’ उन्होंने बताया कि चालू वित्त वर्ष में 18 लाख करोड़ रुपये बजट घाटा है। आने वाले साल में यह और बढ़ेगा। इसका मतलब है कि सरकार कर्ज लेकर अपना खर्च चला रही है।