‘कांग्रेस का मकसद मणिपुर में शांति-सौहार्द बहाल करना’; यात्रा के दूसरे दिन राहुल गांधी
कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दूसरे दिन राहुल गांधी मणिपुर के सेनापति इलाके में पहुंचे। राहुल ने कहा कि कांग्रेस के इस दौरे का मकसद मणिपुर में शांति और सौहार्द वापस लौटाना है। उन्होंने कहा लगभग सात महीने पहले मणिपुर में कुकी और मैतेई समुदाय के बीच हुई जातीय हिंसा के कारण प्रदेश की जनता संघर्ष कर रही है। बकौल राहुल गांधी, कांग्रेस नेताओं ने पिछले साल भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कन्याकुमारी से कश्मीर तक पदयात्रा की। इसका मकसद भारत के लोगों को एक साथ लाना है।
राहुल गांधी कई और कांग्रेस नेताओं के साथ यात्रा के लिए खास तौर पर तैयार कराई गई बस से सफर कर रहे हैं। रविवार शाम यात्रा की शुरुआत के बाद दूसरे दिन उन्होंने कुछ दूरी तक पैदल यात्रा की। इस दौरान राहुल स्थानीय लोगों से मिले और उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी ली। कांग्रेस नेताओं की बस जब व्यस्त इलाकों से गुजर रही थी तो यात्रा मार्ग पर कई लोगों को कतार में खड़े देखा गया। इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल रहे। स्थानीय लोगों ने राहुल गांधी के साथ-साथ कांग्रेस का भी जयकारा लगाया।
मणिपुर से यात्रा शुरू करने के मकसद पर राहुल गांधी ने कहा, कांग्रेस पूर्व से पश्चिम तक यात्रा करना चाहती थी। पार्टी ने फैसला लिया कि मणिपुर से यात्रा की शुरुआत करने पर बेहद शक्तिशाली संदेश जाएगा। भारत के दूसरे राज्यों में भी लोगों को पता चलना चाहिए कि मणिपुर के लोग किस कठिन दौर से गुजर रहे हैं। लोगों को मणिपुर की जनता के संघर्ष के बारे में पता लगना चाहिए। राहुल के मुताबिक पिछले साल बेहद सफल रही- भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस ने लगभग चार हजार किलोमीटर की पदयात्रा की।
उन्होंने कहा कि मणिपुर की जनता ने त्रासदी का सामना किया है। स्थानीय जनता से मुखातिब कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, ‘आपने परिवार के सदस्यों को खोया है। संपत्ति का भी बड़ा नुकसान हुआ है। मैं चाहता हूं कि आपको कांग्रेस पार्टी के रूख और समर्थन का एहसास हो। हम पूरी तरह से आपके साथ खड़े हैं, हम मणिपुर में शांति वापस लाना चाहते हैं। हम मणिपुर के लोगों के बीच फिर से सामंजस्यपूर्ण माहौल लाना चाहते हैं। बकौल राहुल, वे राज्य के प्रतिनिधिमंडल से बात कर रहे हैं। उन्हें उन मुद्दों और चुनौतियों के बारे में बता रहे हैं जिनका मणिपुर के लोग सामना कर रहे हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि मणिपुर में जल्द से जल्द शांति लौटने की पूरी उम्मीद है।