ChatGPT की मदद के बावजूद आखिर क्यों घाटे में चल रही दुनियाभर की बड़ी कंपनियां
दुनियाभर में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस तकनीक से लैस चैटबोट ChatGPT धूम मचा रहा है. विज्ञान जगत में यह एक नई क्रांति के तौर पर उभर रहा है. बताया जा रहा है कि चैटजीपीटी के पास हर सवाल का जवाब है.
ChatGPT डेवलपर का घाटा कथित तौर पर पिछले साल लगभग $ 540 मिलियन यानी 44 अरब रुपये से ज्यादा तक बढ़ गया और इसके आगे भी बढ़ते रहने की संभावना है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, OpenAI का घाटा दोगुना हो गया. क्योंकि इसने ChatGPT को विकसित किया और इस काम के लिए Google से प्रमुख कर्मचारियों को नौकरी पर रखा था.
रिपोर्ट में बताया गया कि, चैटबॉट की एक्सेस सेलिंग से पहले मशीन-लर्निग मॉडल पर ट्रेनिंग के लिए भारी लागत लगी. OpenAI ने इस साल फरवरी में नया सब्सक्रिप्शन प्लान, भले ही कंपनी का रेवेन्यू बढ़ें लेकिन OpenAI के घाटे में वृद्धि जारी रहने की संभावना है क्योंकि ज्यादा से ज्यादा ग्राहक इस आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस तकनीक का उपयोग कर रहे हैं इसलिए कंपनी को भविष्य में नए-नए सॉफ्टवेयर एडिशन लाने होंगे.