क्या आप भी अपने बच्चों से बोलते हैं ये झूठ तो हो आएं सावधान
अक्सर हमने लोगों को कहते हुए सुना है कि हमेशा सच बोलना चाहिए। हम हमेशा सच नहीं बोलते हैं। अक्सर हम किसी सिचुएशन में आसानी से बाहर निकलने के लिए तो कभी अपना काम निकलवाने के लिए झूठ बोलते हैं।
जिनके बारे में अगर आप बच्चे को झूठ बोलते हैं तो इससे एक बड़ा दुष्परिणाम हो सकता है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे ही झूठ के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें आपको बच्चों से बोलने से बचना चाहिए-
झूठा वादा करना
मसलन, अगर उन्होंने परीक्षा में अच्छे नंबर लाए या फिर उन्होंने कोई काम कंप्लीट किया तो हम उन्हें तोहफे के रूप में कोई चीज देंगे या फिर घुमाकर लाएंगे। उन्हें लगता है कि उनके पैरेंट्स उनसे हमेशा प्रॉमिस करते हैं और फिर इस तरह वे अपने पैरेंट्स की बात मानने से ही इंकार करने लग जाते हैं।
पैसे ना होने का झूठ बोलना
कई बार ऐसा होता है कि बच्चे किसी टॉय या कैंडी की डिमांड करते हैं और उस सिचुएशन में अक्सर पैरेंट्स यह कह देते हैं कि उनके पास पैसे नहीं है। हालांकि, यह जवाब उचित नहीं है। जब आप बच्चे को ऐसा कहते हैं और फिर दूसरी चीजों पर पैसे खर्च करते हैं तो बच्चे को ऐसा लगता है कि उसके साथ धोखा हुआ है और उसके पैरेंट्स उससे प्यार ही नहीं करते हैं।
तुम्हें गोद लिया है
कई बार हम मजाक में बच्चे से कह देते हैं कि तुम्हें गोद लिया है या फिर डस्टबिन से उठाया है। इससे बच्चे के मन पर बहुत अधिक नेगेटिव असर पड़ सकता है। अगर बच्चे की उम्र कम है और वह यह नहीं समझ पाता है कि आपने ऐसा सिर्फ मजाक में कहा है तो इससे वह बहुत अधिक निराश हो सकता है।