‘बड़े सपने देखें, कड़ी मेहनत करें..’, नौसेना प्रमुख ने कैडेट्स को दिया ‘ABCD’ मंत्र
नई दिल्ली: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी ने सोमवार को राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनएसीसी) के शिविर में जीवन के लिए एबीसीडी का मंत्र दिया। उन्होंने कहा कि भारत महाशक्ति बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। देश की युवा पीढ़ी से बहुत उम्मीदें हैं। एडमिरल त्रिपाठी ने एनसीसी की सराहना की और कहा कि यह 1948 में अपनी स्थापना के बाद से देश को मजबूत करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।
‘गणतंत्र दिवस एनसीसी शिविर’ में एडमिरल त्रिपाठी ने अपने संबोधन में स्वामी विवेकानंद के विचार, बॉलीवुड फिल्मों की कुछ पंक्तियां और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविता का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को बड़े सपने देखने चाहिए और उन्हें हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए। उन्होंने कहा, आपसे (युवाओं) से बहुत उम्मीदे हैं, खासकर जब देश अपने महाशक्ति बनने के लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है। भविष्य में भारत को विकसित भारत के रूप में देखा जाएगा, जहां दूसरे देशों के लोग आकर पढ़ाई करेंगे और भारत की तरक्की में योगदान देंगे।
युवाओं को दिया जीवन का एबीसीडी मंत्र
इसके बाद नौसेना प्रमुख ने जीवन के चार महत्वपूर्ण सिंद्धातों की बात की, जिन्हें उन्होंने ‘एबीसीडी’ कहा। उन्होंने कहा, ‘ए’ का मतलब एटीट्यूड और अप्टीट्यूड (नजरिया और क्षमता) है। जीवन में सकारात्मक नजरिया रखें और नकारात्मकता के लिए कोई स्थान नहीं होना चाहिए। खुद में सुधार की क्षमता रखें, अच्छा करने की क्षमता रखें और कभी हार न मानने की क्षमता रखें।
‘बी’ का मतलब है- बिलीव इन योरसेल्फ (खुद पर भरोसा)। अपने आत्मविश्वास को बनाए रखें, ताकि आप जीवन में कुछ भी हासिल कर सकें। अपनी मौजूदा स्थिति या अपने माता-पिता की सामाजिक और वित्तीय स्थिति को लेकर चिंता न करें, बल्कि अपनी मेहनत पर भरोसा रखें।
‘सी’ का मतलब है- कैरेक्टर और कमिटमेंट (चरित्र और प्रतिबद्धता)। चरित्र वह है, जो आप तब करते हैं, जब कोई आपको नहीं देख रहा होता है। यह आपकी टीम, आपके सहकर्मियों और उन लोगों के साथ आपके व्यवहार से दिखता है, जिनसे आपको कोई निजी लाभ नहीं होने वाला। प्रतिबद्धता में बलिदान और ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता होती है।