विधानसभा में हंगामे को पर जिग्नेश को सदन से बाहर निकाला गया, गृह मंत्री से लाइव बहस की कर रहे थे मांग
अहमदाबाद: गुजरात कांग्रेस के विधायक जिग्नेश मेवाणी को विधानसभा के मानसून सत्र के आखिरी दिन बहस दौरान हंगामा करने और वेल में प्रवेश करने के लिए स्पीकर शंकर चौधरी के निर्देश पर सदन से बाहर निकाल दिया गया। स्पीकर के आदेश के बाद सार्जेंटों ने बिना बल प्रयोग किए मेवाणी को बाहर कर दिया। गुजरात पुलिस द्वारा ड्रग्स की जब्ती पर एक बहस के दौरान मेवानी खड़े हो गए और ट्रेजरी बेंच के पास आकर चिल्लाने लगे।
जिग्नेश मेवाणी गुजरात कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष हैं। वह तुरंत वेल में जाकर राज्य गृह मंत्री हर्ष संघवी को राजकोट अग्निकांड, मोरबी ब्रिज हादसा और वडोदरा में नाव पलटने की घटना पर लाइव टेलीविजन पर बहन करने की चुनौती दी। स्पीकर ने संसद की मर्यादा बनाए रखने का अनुरोध किया, लेकिन मेवाणी बार-बार बहस की मांग करने लगे।
स्पीकर ने मेवाणी के व्यवहार की निंदा करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता ने इस तरह के कृत्य से संविधान का अपमान किया है। भाजपा विधायक रमनलाल वोरा, जीतू वघानी और मंत्री रुशिकेश पटेल ने मेवाणी के व्यवहार को अस्वीकार्य बताया। उन्होंने कहा कि मेवाणी केवल प्रचार में रुचि रखते हैं। माहौल शांत होने पर राज्य गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सदन को बताया कि पुलिस ने पिछले 15 दिनों में गुजरात तट के किनारे 850 करोड़ रुपये की दवाएं (ड्रग्स) बरामद की हैं। बता दें कि पिछले एक साल में पुलिस ने अवैध नशीले पदार्थों के कारोबार में शामिल 431 लोगों को गिरफ्तार किया है।