शहतूत खाने से मिलता है बड़ा फायदा , दूर होती है ये समस्या
आजकल के लाइफस्टाइल की वजह से डायबिटीज रोग लोगों के बीच बेहद आम समस्या बनकर रह गया है। स्थिति यह है कि न सिर्फ अधिक उम्र के लोग बल्कि युवा और बच्चे भी आज डायबिटीज की चपेट में आ रहे हैं। यह एक ऐसा खतरनाक रोग है, जो शरीर को धीरे-धीरे खोखला कर देता है। अगर आप भी इस समस्या से पीड़ित हैं तो शहतूत को अपनी डाइट का हिससा बना लीजिए। शहतूत में डायबिटीज को कंट्रोल करने की क्षमता होती है। आइए जानते हैं शहतूत खाने से न सिर्फ मधुमेह बल्कि और कौन से रोग दूर होते हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार, शहतूत में डायबिटीज को कंट्रोल करने की क्षमता होती है। स्वाद में खट्टा-मीठा और रसीला यह फल डायबिटीज सहित कई बीमारियों के इलाज में मदद कर सकता है। सफेद शहतूत में फाइबर, विटामिन सी,आयरन सहित प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन ए जैसे तत्व भी भारी मात्रा में पाए जाते हैं।
शहतूत कैसे कंट्रोल करता है डायबिटीज-
शहतूत की पत्तियों में डीएनजे नामक तत्व पाया जाता है, जो आंत में बनने वाले अल्फा ग्लूकोसाइडेज एनजाइम से मिलकर एक बॉन्ड बनाता है। यह बॉन्ड खून में शुगर की मात्रा को नियंत्रित करता है। इसके अलावा डीएनजे लिवर में बनने वाले अतिरिक्त ग्लूकोज को भी नियंत्रित करता है। इसकी पत्ती में एकरबोस नामक कम्पोनेंट भी पाया जाता है, जो खाना खाने के बाद की शुगर को नियंत्रित करता है।
शुगर कंट्रोल करने के लिए कैसे करें शहतूत का इस्तेमाल-
-सब्जी बनाकर या सलाद में खाएं।
-अगर आप इसे सब्जी या सलाद में नहीं खा सकते हैं तो दिन में एक बार मुंह में रख लें और चबाएं।
-चाय के रूप में आप शहतूत की पत्तियों का सेवन कर सकते हैं।
मधुमेह ही नहीं अन्य रोगों में भी फायदेमंद है शहतूत-
मोटापा घटाए-
कई अध्ययनों से पता चला है कि शहतूत के पत्ते फैट बर्निंग और वेटलॉस के लिए एक प्राकृतिक उपचार है। एक अध्ययन के अनुसार, कई जानवरों में शहतूत की पत्तियों का अर्क पीने से उनका मोटापा और उससे जुड़े तमाम रोगों में कमी हुई।