यूरोपीय यूनियन ने पाकिस्तान को फिर दिया झटका, उड़ानों पर प्रतिबंध हटाने से किया इनकार
इस्लामाबाद: यूरोपीय संघ (ईयू) की विमानन सुरक्षा एजेंसी ने एक बार फिर पाकिस्तान को झटका दिया है। एजेंसी ने पाकिस्तान की उड़ानों पर लगाए गए प्रतिबंध को हटाने से एक बार फिर इनकार कर दिया है। वहां कि स्थानीय मीडिया ने यूरोपीय संघ विमानन सुरक्षा एजेंसी का हवाला देते हुए कहा कि उड़ानों को फिर से शुरू करने की अनुमति देने का कोई कारण नहीं मिला है। इसमें पाकिस्तानी एयरलाइंस शामिल हैं।
पाकिस्तानी एयरलाइंस पर प्रतिबंध जारी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यूरोपीय संघ (ईयू) ने पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) सहित पाकिस्तानी एयरलाइंस पर प्रतिबंध जारी रखने के अपने फैसले को बरकरार रखा है। बता दें, यह फैसला यूरोपीय संघ की हवाई सुरक्षा समिति द्वारा किए गए एक व्यापक मूल्यांकन के बाद आया है, जिसमें पाकिस्तान नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (पीसीएए) का ऑन-साइट मूल्यांकन और पाकिस्तानी विमानन कंपनियों फ्लाई जिन्ना और एयरब्लू लिमिटेड का नमूना मूल्यांकन शामिल है।
पीसीएए की निगरानी भूमिका की जांच की गई
27 से 30 नवंबर, 2023 के बीच आयोजित ऑन-साइट मूल्यांकन में मुख्य रूप से सुरक्षा सुनिश्चित करने में पीसीएए की निगरानी भूमिका और जिम्मेदारियों की जांच की गई। अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा मानकों के प्रति पीसीएए की प्रतिबद्धता और तकनीकी रूप से कुशल कर्मियों की मौजूदगी को स्वीकार करते हुए, मूल्यांकन दल ने कई कमियों को उजागर किया।
कोई बड़ी सुरक्षा चिंता सामने नहीं आई
कमियों के बावजूद मूल्यांकन में उड़ान योग्यता या कार्मिक लाइसेंसिंग और प्रशिक्षण संगठनों के संबंध में कोई बड़ी सुरक्षा चिंता सामने नहीं आई, जिन्हें पर्याप्त स्टाफ वाला माना गया था। जांच करने के बाद फ्लाई जिन्ना को रिकॉर्ड-कीपिंग और निष्कर्षों के प्रबंधन में सुधार करने को कहा गया था।
मूल्यांकन निष्कर्षों पर प्रतिक्रिया देते हुए, पीसीएए ने इस साल छह मई को एक व्यापक सुधारात्मक कार्रवाई योजना (CAP) पेश की। 14 मई को यूरोपीय संघ की वायु सुरक्षा समिति के समक्ष एक सुनवाई के दौरान पीसीएए मुद्दों के समाधान के लिए उठाए गए कदमों को पर दस्तावेज पेश किए।
वर्तमान में, यूरोपीय संघ ने पाकिस्तानी उड़ानों पर पर प्रतिबंध बरकरार रखा है। वहीं सदस्य देशों से अनुपालन की पुष्टि के लिए निरीक्षण करने का आग्रह किया है। संघ ने चेतावनी दी है कि सुरक्षा जोखिमों का कोई भी संकेत आगे की कार्रवाई को प्रेरित कर सकता है।साथ ही अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा मानकों को बनाए रखने के सर्वोच्च महत्व पर जोर दिया है।