‘सिंडिकेट’ में नजर आएंगे फहद फासिल-अमिताभ बच्चन? राम गोपाल वर्मा ने चुप्पी तोड़ बताया सच
निर्देशक राम गोपाल वर्मा द्वारा अपनी अगली आगामी फिल्म सिंडिकेट की घोषणा के बाद से ही अफवाहें तेजी से फैल रही थीं , जिसमें यह अनुमान लगाया जा रहा था कि बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन के साथ-साथ अभिनेता फहद फासिल और मनोज बाजपेयी को भी मुख्य भूमिकाओं के लिए चुना जा रहा है। हालांकि, निर्देशक ने अब इन अफवाहों को खारिज करने के लिए कदम आगे बढ़ाया है, जिससे फिल्म के कलाकारों को लेकर चल रही चर्चाओं पर विराम लग गया है।
फिल्म को लेकर क्या थीं खबरें?
इससे पहले कई रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया कि राम गोपाल वर्मा की इस नई फिल्म में बॉलीवुड और साउथ फिल्म इंडस्ट्री के कलाकार शामिल होंगे। इसमें कहा गया है कि मेगास्टार अमिताभ बच्चन एक विस्तारित कैमियो भूमिका में नजर आएंगे। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि टॉलीवुड अभिनेता वेंकटेश दग्गुबाती भी मुख्य भूमिका के लिए बातचीत कर रहे हैं और उम्मीद है कि वे 35 दिनों में अपने हिस्से की शूटिंग पूरी कर लेंगे। अमिताभ और वेंकटेश के साथ, फहाद फासिल भी सिंडिकेट में एक महत्वपूर्ण भूमिका के लिए बातचीत कर रहे हैं। मनोज बाजपेयी और अनुराग कश्यप ने अन्य महत्वपूर्ण भूमिकाओं के लिए अपनी सहमति दे दी है। सिंडिकेट कथित तौर पर फरवरी के मध्य में फ्लोर पर जाएगी।
राम गोपाल वर्मा का बयान
शनिवार को राम गोपाल ने ट्विटर पर अपनी अगली फिल्म ‘सिंडिकेट’ की कास्टिंग को लेकर चल रही अटकलों को खारिज कर दिया। इन खबरों को झूठा बताते हुए निर्देशक ने दर्शकों से इस पर विश्वास ना करने को कहा। राम गोपाल ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘सिंडिकेट फिल्म की कास्टिंग को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं, जो पूरी तरह से गलत हैं।’ उन्होंने आगे कहा, ‘तैयार होने पर विवरण साझा करेंगे।’
‘सिंडिकेट’ की कहानी
इससे पहले 22 जनवरी को राम गोपाल वर्मा ने फिल्म ‘सिंडिकेट’ का एलान किया था। एक्स पर साझा की गई एक पोस्ट में राम गोपाल वर्मा ने ‘सिंडिकेट’ के पीछे की छिपी अपनी सोच के बारे में बात की थी। यह देखते हुए कि सड़क गिरोह अतीत में भारत में एक बड़ा खतरा थे, आज असली खतरा राजनीतिक ताकतों, कानून प्रवर्तन, अति-धनी व्यापारियों और यहां तक कि सैन्य कर्मियों सहित विभिन्न गुटों से मिलकर एक शक्तिशाली सिंडिकेट के गठन में है। राम गोपाल वर्मा के अनुसार, यह फिल्म एक भयानक आपराधिक संगठन के उदय को दर्शाने के लिए तैयार है, जो भारत के अस्तित्व को खतरे में डालता है।