चार दिन से थाने में डटी भाकियू, दे डाली आंदोलन की चेतावनी, किसान नेता का आमरण अनशन जारी

मेरठ: मेरठ के परतापुर थाने में भाकियू का धरना चाैथे दिन भी अनवरत जारी रहा। सैकड़ों किसान मोहिउद्दीनपुर गन्ना समिति में डेलीगेट के चुनावों में 102 नामांकन खारिज किए जाने के खिलाफ भाकियू के नेतृत्व में किसान शुक्रवार से परतापुर थाना परिसर में धरने पर बैठे हैं।भाकियू युवा विंग के राष्ट्रीय अध्यक्ष गाैरव टिकैत का कहना है कि सरकार की तानाशाही चल रही है, किसानों का हक छीना जा रहा है। ये किसानों की लड़ाई है,लंबी चलेगी। इसके लिए आंदोलन भी करना पड़ा तो पीछे नहीं हटेंगे।

धरने पर बैठे विजयपाल घोपला का कहना है कि वह तीन दिन से भूख हड़ताल पर हैं। कार्यपालिका एकतरफा कार्य कर रही है। शासन को नीचा दिखाने के लिए ये हरकत की गई है, किसानों को इसका पता चला तो वे यहां आए कि हमें न्याय दिलाएं, यहां जिले के अधिकारी, चुनाव अधिकारियों ने चुनाव को प्रभावित किया है। हम अपनी बात रख रहे हैं।

उन्होंने कहा कि मैं तोड़फाेड़ में विश्वास नहीं रखता, शांतिपूर्वक हम अपनी बात रख रहे हैं। यह हमारा संवैधानिक अधिकार है। हम चाहते हैं कि निष्पक्ष भाव से ये चुनाव कराया जाए। किस कारण से पर्चे निरस्त किए गए हैं, ये भी अधिकारी नहीं बता पा रहे हैं। हमे उम्मीद है कि सच की जीत होगी।

किसानों ने मुख्य चुनाव अधिकारी और गन्ना समिति सचिव पर चुनाव को प्रभावित करने का आरोप लगा केस दर्ज करने की मांग की। इस संबंध में अपर जिलाधिकारी शहर बृजेश सिंह को ज्ञापन भी सौंपा।भाकियू जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी ने कहा कि मोहिउद्दीनपुर गन्ना समिति के मुख्य चुनाव अधिकारी और गन्ना समिति सचिव ने जालसाजी करके चुनाव को प्रभावित किया है।

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