धर्मस्थल में घुसकर मूर्ति तोड़ने के आरोपी समेत चार को भेजा जेल, पुजारी पर किया था चाकू से हमला
बरेली: बरेली के डेलापीर अनाज मंडी परिसर स्थित धर्मस्थल में घुसकर मूर्तियां तोड़ने व पुजारी पर चाकू से हमला करने के आरोपी उत्तराखंड के खटीमा थाने के इस्लाम नगर गौटिया निवासी अकरम और उसके तीन मददगारों को सोमवार को जेल भेज दिया गया।
रविवार सुबह साढ़े सात बजे अकरम उर्फ सोनू ने गोपेश्वरनाथ मंदिर में घुसकर वहां रखी मूर्तियों को तोड़ दिया था। उसने शीशे में रखी मूर्तियों को भी निकाल लिया था। इस बीच पत्नी की सूचना पर पहुंचे पुजारी रामकिशोर पर चाकू से हमला कर दिया था। शोर सुनकर जुटे लोगों ने आरोपी को पकड़ा तो कुछ लोग उसे छुड़ाने आ गए। लोगों ने उसेे इज्जतनगर पुलिस को सौंप दिया। अकरम से पुलिस ने विदेशी मुद्रा, चाकू और स्कूटी बरामद की थी।
तीन आरोपियों की खंगाली कुंडली, धाराएं भी बढ़ाईं
अकरम को बचाने वालों में शहर के बिहारमान नगला निवासी शाहरुख और अरशद व जगतपुर पानी की टंकी के निवासी आजम शामिल रहे। इनका रिकॉर्ड खंगाला गया, पर इन पर पुराना कोई मुकदमा जानकारी में नहीं आया। थाना प्रभारी राधेश्याम ने बताया कि मुख्य आरोपी समेत चार लोगों को कोर्ट में पेश किया गया। वहां से चारों को जेल भेज दिया गया। मुकदमे में जानलेवा हमले की धारा बढ़ाई गई है।
मंत्री ने लिया हालचाल, पुलिस अफसरों से की बात
सावन के पहले सोमवार पर मंडी स्थित मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रही। वनमंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना ने मौके पर जाकर श्रद्धालुओं व स्थानीय लोगों से घटना की जानकारी ली। फोन पर पुलिस से बात की। मंत्री ने बताया कि घटना को लेकर पुलिस गंभीर है। दोषियों पर प्रभावी कार्रवाई की गई है।
परिजनों ने दी सफाई
अकरम के बहन-बहनोई बारादरी थाना क्षेत्र में रहते हैं। उन्होंने इज्जतनगर पुलिस को बताया कि शनिवार को अकरम उनके घर आया था। रात को शाहदना वली की दरगाह पर पहुंचकर वहां भी उसने ऊधम मचाया था। उन्होंने अकरम को डिप्रेशन का मरीज बताया। बरेली के दो डॉक्टरों से उसका इलाज होना बताकर उसे मनोरोगी साबित करने की कोशिश की। हालांकि, उसके पास मौजूद विदेशी मुद्रा व कुछ अन्य बातों की सफाई वह नहीं दे सके।