‘ग्लोबल साउथ अपने भविष्य को आकार देने के लिए भारत के तरीके पर निर्भर’, बोले संयुक्त राष्ट्र के दूत किंग
संयुक्त राष्ट्र के एक दूत ने भारत की सराहना की। उन्होंने कहा कि बहुपक्षीय भागीदारी के प्रति भारत का दृष्टिकोण पारस्परिक सम्मान और एकजुटता का है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि ग्लोबल साउथ अपने भविष्य को आकार देने के लिए भारत के तरीके पर निर्भर है।संयुक्त राष्ट्र में सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस की स्थायी प्रतिनिधि इंगा रोंडा किंग ने मंगलवार को कहा, ‘आज ग्लोबल साउथ में महत्वपूर्ण नेताओं में से एक आपका अच्छा देश भारत है।’
भारत का दृष्टिकोण आपसी सम्मान और…
सेंटर फॉर ग्लोबल इंडिया इनसाइट्स (सीजीआईआई) और इंडिया राइट्स नेटवर्क ने ‘भविष्य का संयुक्त राष्ट्र शिखर सम्मेलन: भारत और विश्व के लिए इसका क्या अर्थ है’ विषय पर एक ऑनलाइन सम्मेलन आयोजित किया। इस सम्मेलन को संबोधित करते हुए किंग ने कहा कि बहुपक्षीय संबंधों के लिए भारत का दृष्टिकोण आपसी सम्मान और एकजुटता है।
संयुक्त राष्ट्र में कैरेबियाई राष्ट्र के दूत ने कहा, ‘आज ग्लोबल साउथ भविष्य को आकार देने में योगदान देने के भारत के तरीके पर निर्भर है।’
23 सितंबर को पीएम मोदी होंगे शिखर सम्मेलन में शामिल
बता दें, यह वेबीनार ऐसे समय में शुरू हुआ है, जब वैश्विक नेता यहां संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में ऐतिहासिक भविष्य शिखर सम्मेलन के लिए 22-23 सितंबर को एकत्र होने वाले हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 सितंबर को डेलावेयर के विलमिंगटन में राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा आयोजित क्वाड लीडर्स समिट में भाग लेने और 22 सितंबर को लॉन्ग आइलैंड में एक मेगा सामुदायिक कार्यक्रम को संबोधित करने के बाद 23 सितंबर को शिखर सम्मेलन को संबोधित करेंगे।