50 लाख का सोना तस्करी करके लाया गुजरात, फिर हुई ऐसी ठगी कि भूल नहीं पाएगा शख्स
दुबई से 50 लाख रुपये का सोना तस्करी करके ला रहे एक शख्स को अहमदाबाद एयरपोर्ट पर 2 लोगों ने ऐसा ठगा कि वह जिंदगीभर नहीं भूल पाएगा. इन दोनों लोगों ने खुद को आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) के अधिकारियों के रूप में पेश करते हुए उसे किसी सुनसान जगह ले गए और उसका सारा सोना लूट लिया.
पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी.
पुलिस अधिकारी ने कहा, शिकायतकर्ता दानिश शेख ने पुलिस को सूचित किया कि उसने वडोदरा में अपने एक परिचित के कहने पर 9 अक्टूबर को दुबई गया था. उसके टिकट और रहने-खाने की व्यवस्था उसी शख्स ने की थी और सोने की तस्करी के लिए उसे 20,000 रुपये अलग से दिए गए थे. उन्होंने बताया कि शेख ने कथित तौर पर अपने मलाशय में सोने के कैप्सूल 2 छुपा लिए और 28 अक्टूबर की सुबह अहमदाबाद एयरपोर्ट पर उतरा.अधिकारी ने बताया कि आव्रजन संबंधी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद, शिकायतकर्ता उसे वडोदरा ले जाने के लिए अपने परिचित द्वारा भेजी गई वैन तक एयरपोर्ट की पार्किंग में चला गया.
पुलिस में दर्ज एफआईआर के अनुसार, वह वाहन में बैठने ही वाला था, जिसमें एक ड्राइवर और उसका एक परिचित पहले से मौजूद था. तभी 2 लोग उसके वैन के पास पहुंचे और खुद को एटीएस अधिकारी बताया. फिर दोनों ने शिकायतकर्ता को यह कहते हुए धमकी दी कि वे तस्करी के सोने के बारे में सबकुछ जानते हैं और उन्हें अपने साथ एटीएस कार्यालय चलने के लिए कहा. इसके बाद वे दोनों शेख और अन्य दो लोगों के साथ वैन लेकर चले गए. वे उन्हें एक सुनसान जगह पर ले गए, जहां उन्होंने उसे बाकी लोगों को अलग कार में बैठने के लिए कहा.
एफआईआर में कहा गया है कि कार को फिर एक ऊंची इमारत में ले जाया गया और शेख को 10वीं मंजिल पर एक फ्लैट में ले जाया गया, जहां उसकी पिटाई की गई और उसके मलाशय में छुपाए गए सोने के कैप्सूल को बाहर निकालने के लिए मजबूर किया गया.
दोनों जालसाजों ने शिकायतकर्ता से 850 ग्राम वजन और 50 लाख रुपये कीमत के सोने के कैप्सूल और कुछ नकदी ले ली और उसे एक ऑटोरिक्शा में एक बस स्टेशन पर ले गए और छोड़ दिया. पुलिस ने बताया कि इस संबंध में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ डकैती, अपहरण, आपराधिक धमकी और एक लोकसेवक का अपमान करने के दौरान स्वेच्छा से चोट पहुंचाने से संबंधित भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई है. पुलिस उप-निरीक्षक आर एच पांडव ने कहा कि शिकायतकर्ता के मुताबिक, अपराध की रिपोर्ट करने में देरी इसलिए हुई क्योंकि वह पुलिस के पास जाने से डर रहा था. फिलहाल मामला दर्ज करके जांच की जा रही है.