स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र के मामले में गुजरात, केरल, कर्नाटक अव्वल, डीपीआईआईटी ने जारी की रैंकिंग
उभरते उद्यमियों के लिए स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने के मामले में गुजरात, केरल तथा कर्नाटक सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले राज्य बनकर उभरे हैं। उद्योग व आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) की राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों की रैंकिंग में यह बात सामने आई। केरल, तमिलनाडु और हिमाचल प्रदेश को भी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्यों की श्रेणी में रखा गया है। महाराष्ट्र, ओडिशा, पंजाब, राजस्थान, तेलंगाना, अरुणाचल प्रदेश और मेघालय को शीर्ष प्रदर्शन करने वालों के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
डीपीआईआईटी के तहत रैंकिंग एक वार्षिक कवायद है जो स्टार्टअप वृद्धि के लिए अनुकूल पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के प्रयासों के आधार पर सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का मूल्यांकन करता है। इस रैंकिंग में कुल 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को शामिल किया गया है। इन्हें सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले, शीर्ष प्रदर्शन करने वाले, नेतृत्व करने वाले, महत्वाकांक्षी नेतृत्व करने वाले और उभरते स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने वालों की पांच श्रेणियों में बांटा गया है।
राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को उनकी जनसंख्या के आकार के आधार पर मोटे तौर पर दो वर्गों में विभाजित किया गया। एक करोड़ से अधिक आबादी वाले और एक करोड़ से कम जनसंख्या वाले।गुजरात को लगातार चौथी बार रैंकिंग में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनकर्ता का दर्जा दिया गया है। कर्नाटक को लगातार दूसरे साल इस खंड में स्थान मिला। इस रैंकिंग का मकसद राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को उनके स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र को विकसित करने और एक-दूसरे की सर्वोत्तम प्रक्रियाओं से सीखने में सहायता करना है।
वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने नई दिल्ली में राज्यों की स्टार्टअप रैंकिंग 2022 जारी की। गोयल ने अधिकारियों से सरकार की ओर से मान्यता प्राप्त स्टार्टअप तक पहुंच स्थापित करने को कहा ताकि पता चल सके कि क्या उन्हें किसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता है या नहीं। साथ ही इन उन्होंने अधिकारियों से सभी उद्यमियों का वर्गीकरण डीपटेक, एग्रीटेक या फिनटेक के आधार पर करने को कहा है, जिससे विभाग उनके साथ केंद्रीत तरीके से बातचीत कर सके।
इसके अलावा मंत्री ने स्टार्टअप को ‘‘ आईएलएस (इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम) का विकल्प खोजने तथा वर्तमान में एयरलाइन उद्योग के समक्ष पेश हो रही समस्या (सर्दियों में घने कोहरे की) को सुलझाने’’ का सुझाव दिया। आईएलएस पायलटों को रनवे पर उतरने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान करता है। राष्ट्रीय राजधानी में सर्द मौसम के कारण कई उड़ानों में देरी हो रही है या उन्हें रद्द करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि स्टार्टअप दुनियाभर के लोगों को आकर्षित करने के लिए ‘वेड इन इंडिया’ (भारत में शादी करें) को बढ़ावा देने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर काम करने पर विचार कर सकते हैं।
डीपीआईआईटी में संयुक्त सचिव संजीव ने कहा कि करीब 1,800 मान्यता प्राप्त स्टार्टअप को पेटेंट प्रदान किया गया है। ऐसे मान्यता प्राप्त स्टार्टअप की संख्या 1.17 लाख से अधिक हो गई है।