यहां खेमों में बंटी भाजपा…मंडल, जिला और महानगर अध्यक्ष के चुनाव टले; इन चार जिलों में संगठन का बदलाव टला
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अलीगढ़: चार खेमों में बंटी स्थानीय भाजपा की गुटबाजी का ही परिणाम है कि मंडल से लेकर जिला और महानगर अध्यक्षों का चुनाव स्थगित कर दिया गया है। पूरे प्रदेश में संगठनात्मक चुनाव का शोर है, मगर अलीगढ़ में चुनाव प्रक्रिया दो माह के लिए टल गई है।
अलीगढ़ संगठन के दोनों जिले (महानगर और जिला) ब्रज प्रांत के उन चार जिलों में शामिल हैं, जहां फिलहाल चुनाव नहीं होंगे। मतलब जो कमेटियां काम कर रही हैं, वही सक्रिय रहेंगी। ब्रज प्रांत के चार जिलों में हाथरस व फिरोजाबाद जनपद भी शामिल हैं, जहां यह प्रक्रिया टाली गई है।
प्रदेश भर में पार्टी के संगठनात्मक चुनाव का शोर दिल्ली विधानसभा चुनाव के पहले से मचा हुआ है। इस बीच प्रदेश नेतृत्व ने संगठनात्मक स्तर पर जिला अलीगढ़ व महानगर के मंडल अध्यक्षों के चुनाव के लिए प्रभारी नियुक्त किए। इन्होंने यहां पहुंचकर नामांकन लेने की प्रक्रिया अपनाई।
अलीगढ़ महानगर के आठ व अलीगढ़ जिले के 27 मंडल हैं, इन सभी में चार खेमों की गुटबाजी चरम पर पहुंच गई। आलम ये हो गया कि मंडल अध्यक्ष तक के छोटे स्तर के चुनाव की जोर आजमाइश प्रदेश स्तर तक पहुंच गई। समन्वय नहीं बना और खींचतान के चलते प्रक्रिया रोक दी गई।
अब तय हुआ है कि अलीगढ़ जिला व अलीगढ़ महानगर के साथ-साथ ब्रज प्रांत में शामिल हाथरस व फिरोजाबाद जनपद की चुनाव प्रक्रिया होल्ड कर दी जाए। इन पर विचार या तो प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के बाद होगा या फिर कुछ माह इंतजार के बाद होगा। इस टालमटोल में अब तक ताकत लगा रहे दावेदार परेशान हैं कि कहीं उनके अब तक के प्रयास बेकार न चले जाएं।