चार धाम यात्रा की कर रहे प्लानिंग तो हो जाएं सावधान, मौसम विभाग ने जताई ये संभावना
उत्तराखंड के चार धाम यात्रा के कपाट बंद होने की तिथियां तय हो चुकी हैं। गंगोत्री धाम के कपाट 14 नवंबर, केदारनाथ व यमुनोत्री धाम के कपाट 15 नवंबर बुधवार को भाई दूज पर बंद किए जाएंगे। इसके साथ ही बदरीनाथ धाम के कपाट 18 नवंबर शाम तीन बजकर 33 मिनट पर शीतकाल के लिए बंद होंगे।
ऐसे में कपाट की तारीख नजदीक होते ही श्रद्धालुओ में उत्साह ज्यादा नजर आ रहा है। बीते दिनेां से यात्रियों की संख्या बढ़ती जा रही है। लेकिन इस समय यात्रा करने पर ज्यादा सावधानियां बरतने की आवश्यकता है। मौसम विभाग की मानें तो नवंबर की शुरूआत से ही मौसम का मिजाज बदलने जा रहा है।
पहाड़ों में अब बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई जा रही है। जिससे एक दम से ठंड बढ़ने जा रही है। पहाड़ों पर बर्फबारी पहले से ही जारी है। ऐसे में बारिश और बर्फबारी के चलते तापमान और ज्यादा गिरने वाला है। मौसम विभाग के अनुसार चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों की ऊंचाई वाले क्षेत्रों में कहीं-कहीं बारिश और बर्फबारी होने का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश के अन्य जिलों में मौसम शुष्क बना रहेगा।
उत्तराखंड में पहाड़ों पर सुबह शाम कड़ाके की ठंड पड़ने लगी है। बर्फ़बारी के चलते तापमान गिरने लगा है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते अब बारिश होने की संभावना है। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण हिमालय क्षेत्र में मौसम का मिजाज बदल सकता है।
3 नवंबर से मध्यम तीव्रता का पश्चिमी विक्षोभ हिमालयी इलाकों में आने की उम्मीद है। पश्चिमी विक्षोभ की आवृत्ति आमतौर पर नवंबर के तीसरे सप्ताह तक तीव्र हो जाती है। इसके बाद दिसंबर और जनवरी में इसकी तीव्रता चरम पर होती है। ऐसे में चार धामों में भी जबरदस्त ठंड बढ़ सकती है।
जिसके लिए यात्रियों को ज्यादा सतर्कता बरतने की जरुरत होगी। उत्तराखंड की चार धाम यात्रा में अब तक के सारे रिकॉर्ड टूट चुके हैं। यात्रा में अब तक 52 लाख श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। सबसे ज्यादा केदारनाथ का आंकड़ा 18 लाख को पार कर चुका है। बद्रीनाथ में 17 लाख, गंगोत्री 8 लाख से ज्यादा और यमुनोत्री में 7 लाख से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।