घर पर देसी घी बनाना है तो ये आसान तरीका जान लें, दूर से ही आएगी खूशबू

पितृपक्ष के बाद से लगातार त्योहारों की झड़ी लग जाती है। त्योहारों का ये सीजन हर किसी को पसंद होता है। लोग इन दिनों का इंतजार साल भर करते हैं, ताकि त्योहारों के बहाने से वो खूब अच्छे से सज-संवर सकें, खरीदारी कर सकें, और खूब अच्छा-अच्छा खा सकें।त्योहारों में हर घर में तमाम तरह के पकवान बनते हैं। ज्यादातर चीजों को पकाने के लिए देसी घी का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन ये जरूरी नहीं है कि आपको बाजार में शुद्ध देसी घी मिले। मिलावट वाला घी खाकर स्वास्थ्य खराब होने का डर रहता है।अगर आप भी त्योहारों के सीजन में बाजार से घी नहीं खरीदना चाहते तो यहां हम आपको घर पर ही मलाई से घी बनाने का आसान तरीका बताने जा रहे हैं। ताकि आप भी शुद्ध देसी घी घर पर तैयार कर सकें और इससे स्वादिष्ट पकवान बनाकर उसका लुत्फ उठा सकें।

घर पर घी बनाने के लिए सामान

  • दूध की मलाई (लगभग आधा किलो)
  • ठंडा पानी

विधि

मलाई से घी बनाना काफी आसान है। इसे तैयार करने के लिए लगभग आधा किलो मलाई को इकट्ठा करें। इसके लिए आप हर दिन दूध के ऊपर जमी मलाई की परत को उतार पर कटोरे में रख सकते हैं। इसे फ्रिज में रखें, ताकि ये खराब न हो। जब आपके पास पर्याप्त मात्रा में मलाई इकट्ठी हो जाए तब घी बनाने की प्रक्रिया शुरू करें। इसके लिए पहले मलाई को फ्रिज से निकालकर बाहर रख दें, ताकि ये सामान्य तापमान पर आ जाए।

अब एक भगोने में मलाई को डालें और उसे मथते हुए धीरे-धीरे ठंडा पानी डालें। थोड़ी देर बाद सफेद मक्खन और मट्ठा अलग हो जाएगा। इसके बाद इस मक्खन को निकालकर एक भारी तले वाली कढ़ाई में डालकर गैस पर चढ़ा दें। ध्यान रखें कि गैस हल्की होनी चाहिए।
इसके बाद मक्खन धीरे-धीरे पिघलने लगेगा और उसमें से झाग उठने लगेगा। मक्खन को तब तक पकाते रहें जब तक कि झाग कम न होने लगे और मक्खन सुनहरा रंग न ले ले। धीरे-धीरे मक्खन से पानी भाप बनकर उड़ जाएगा और घी नीचे रह जाएगा।

जब घी से मीठी महक आने लगे और उसका रंग हल्का सुनहरा हो जाए, तब इसे आंच से उतार लें। अब घी को एक साफ मलमल के कपड़े या छलनी से छान लें ताकि घी इसमे बचे ठोस पदार्थ से अलग हो जाए।इस घी को एक साफ कांच के जार या स्टील के बर्तन में स्टोर करें। इसका इस्तेमाल आप आने वाले त्योहारों में कर सकती हैं। घी बनाते समय इस बात का ध्यान रखें कि जिस मलाई का इस्तेमाल आप कर रहीं हैं, वो ज्यादा पुरानी न हो। वरना घी का स्वाद खराब हो सकता है।

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