जनवरी के महीने में इन जगहों पर जाना है बेकार, भूल से भी न बनाएं सफर का प्लान

सर्दियों में बर्फबारी और ठंड का लुत्फ उठाने के लिए लोग अक्सर हिल स्टेशन और ठंडी जगहों पर जाना पसंद करते हैं। लेकिन कुछ स्थान ऐसे भी हैं जहां सर्दियों में घूमना परेशानी का सबब बन सकता है। भारी बर्फबारी, सड़कें बंद होना, अत्यधिक ठंड और बिगड़े मौसम की वजह से इन जगहों पर यात्रा करना जोखिम भरा हो सकता है। इन स्थानों में अधिकतर पहाड़ी स्थल और ज्यादा बर्फबारी वाली जगहें शामिल हैं, जहां जनवरी-फरवरी में इतनी बर्फ गिरती है कि रास्ते पूरी तरह से बंद और सेवाएं ठप हो जाती हैं। आइए जानते हैं भारत की ऐसी जगहें जहां सर्दियों में घूमने से बचना चाहिए।

लेह-लद्दाख

भारत के खूबसूरत पहाड़ी स्थानों में लेह-लद्दाख का नाम शामिल है। लेह-लद्दाख की ऊंची-ऊंची झीलें, बर्फ से ढके पहाड़ हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। सालभर लेह-लद्दाख में ठंडा मौसम होता है। हालांकि सर्दियों में यानी दिसंबर, जनवरी और फरवरी में लेह लद्दाख में तापमान शून्य से नीचे चला जाता है। इतनी ठंड में यहां घूमना चुनौतीपूर्ण हो जाता है। जनवरी में लेह का तापमान -15 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है और कभी-कभी -30 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है। अधिकतर सड़कें भारी बर्फबारी के कारण बंद हो जाती हैं। ऑक्सीजन की कमी और हाई एल्टीट्यूड के कारण स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।

स्पीति वैली, हिमाचल प्रदेश

हिमाचल प्रदेश के स्पीति वैली में सर्दियों में बर्फ की मोटी चादर जम जाती है। कई गांवों और सड़कों का संपर्क कट जाता है, जिससे आप वहां फंस सकते हैं। बेहद कम तापमान और बिजली की कमी यात्रियों के लिए परेशानी का कारण बन सकती है। जनवरी में स्पीति घाटी का मौसम बहुत ठंडा होता है और यहां बर्फबारी होती है। इस दौरान स्पीति घाटी में औसत तापमान -15 डिग्री सेल्सियस से -25 डिग्री सेल्सियस तक रहता है।

केदारनाथ, उत्तराखंड

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा पर जाने वाले सर्दियों में यहां नहीं जा सकते हैं। केदारनाथ मंदिर हर साल नवंबर में बंद कर दिया जाता है और अप्रैल-मई में खुलता है। भारी बर्फबारी और खराब मौसम के कारण इस क्षेत्र में यात्रा करना संभव नहीं होता। स्वास्थ्य सेवाएं और ठहरने के लिए स्थान उपलब्ध नहीं होते हैं।

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