चित्रकूट में 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने अमावस पर मंदाकिनी में लगायी डुबकी
उत्तर प्रदेश के पौराणिक तीर्थ स्थल चित्रकूट में आज अमावस के पावन पर्व पर 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने प्रात: काल से ही मंदाकिनी में डुबकी लगाकर कामदगिरि की परिक्रमा लगना शुरू कर दिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिशा निर्देश पर श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए जगह-जगह विशाल सुंदर द्वार बनाए गए हैं।
पिछली अमावस्या में योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं के ऊपर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी कराई थी। शासन प्रशासन की व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त दिखाई पड़ी। कामदगिरि मुख्य द्वार के महंत रामस्वरूपाचार्य ने बताया कि अमावस्या के दिन मंदाकिनी नदी में डुबकी लगाकर कामदगिरि परिक्रमा करने से मनोवांछित फल की प्राप्त होती है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक अमावस्या को यहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं और मां मंदाकिनी में डुबकी लगाकर कामदगिरि की परिक्रमा लगाते हैं। यह प्रथा अनादि काल से चली आ रही है ।
ऐसी मान्यता है कि प्रत्येक अमावस्या में भगवान श्री राम, मां जानकी और भाई लक्ष्मण चित्रकूट में विराजते हैं और सभी श्रद्धालुओं की मनोकामना की पूर्ति करते हैं। अनादि काल से चली आ रही इस परंपरा का लोक निर्वाह करते हैं और लाखों की संख्या में श्रद्धालु एकत्रित होते हैं। भगवान राम की तपोस्थली चित्रकूट में लगातार योगी आदित्यनाथ श्रद्धालुओं के आने-जाने से लेकर विभिन्न जगहों पर ठहरने की बेहतरीन व्यवस्था मुहैया करा रहे हैं। लोगों की सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतेजामत किए गए हैं वहीं श्रद्धालुओं के आने-जाने के लिए अतिरिक्त बसें एवं ट्रेन की भी व्यवस्था की गई है।
जिलाधिकारी अभिषेक आनंद और पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला लगातार मेला क्षेत्र में मौजूद हैं। विद्युत विभाग के अधिकारी जल संस्थान के अधिकारी नगर पालिका की पूरी टीम ने अपने सभी दायित्वों के निर्वाह के लिए व्यापक व्यवस्था की है। जिला प्रशासन द्वारा गाड़ियों के खड़ी करने के लिए भी पार्किंग की कई जगहों पर समुचित व्यवस्था की है। समाचार लिखे जाने तक श्रद्धालुओं के आने और जाने का क्रम जारी है।