नए साल 2024 में भूलकर भी इन 6 मौकों पर न बनाएं रोटी, जानें तारीख
नए साल 2024 का प्रारंभ होने वाला है. नए साल में हर कोई अपने जीवन में सुख, समृद्धि और उन्नति चाहता है. इस वजह से आप कोई ऐसा काम बिल्कुल भी न करें, जिससे आपकी तरक्की में बाधा आए और आपके धन का हानि हो. हम आपको बताना चाहते हैं कि नए साल में 6 ऐसे मौके आएंगे, जब आपको रोटी नहीं बनानी है. उस दिन चूल्हे पर तवा चढ़ाना अशुभ माना जाता है. इससे घर में दरिद्रता आती है और माता लक्ष्मी भी नाराज होती हैं. काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट का कहना है कि हिंदू धर्म में माता लक्ष्मी से जुड़े व्रत, पर्व और त्योहारों के दिन रोटी नहीं बनाते हैं. इसके अलावा पितृपक्ष में श्राद्ध वाले दिन भी तवा चढ़ाना वर्जित है. उस दिन सूखा भोजन नहीं बनाते हैं. उस दिन रसोईघर में तवा को ठंडा रखा जाता है. आइए जानते हैं कि नए साल 2024 में किन मौकों पर रोटी नहीं बनानी चाहिए.
नए साल 2024: इन 6 मौकों पर न बनाएं रोटी
1. मकर संक्रांति, 15 जनवरी 2024
नए साल में मकर संक्रांति 15 जनवरी को है. मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी खाने का विधान है. इस दिन चावल से बने भोज्य पदार्थ ग्रह कर सकते हैं. मकर संक्रांति पर रोटी बनाना वर्जित है.
2. शीतलाष्टमी, 2 अप्रैल 2024
साल 2024 में 2 अप्रैल को शीतला अष्टमी का व्रत है. उस दिन शीतला माता को बासी खाना यानि ठंडे खाने का भोग लगाते हैं. शीतला अष्टमी पर घर में चूल्हा नहीं जलाया जाता है. घर के लोग शीतला माता को चढ़ाए गए प्रसाद को ही ग्रहण करते हैं. इस वजह से शीतला अष्टमी के दिन रोटी नहीं बनाते हैं. ताजा खाना बनाने की मनाही है.
3. नाग पंचमी, 9 अगस्त 2024
नववर्ष में 9 अगस्त को नाग पंचमी मनाई जाएगी. उस दिन आप घर पर रोटी न बनाएं. इसे अशुभ माना जाता है. धार्मिक मान्यता है कि नाग पंचमी के दिन तवे को आग पर नहीं रखते हैं क्योंकि नाग पंचमी पर नाग देवता की पूजा करते हैं और तवे को नाग का प्रतिरूप मानते हैं. नाग पंचमी पर पूरी और हलवा बनाना चाहिए.
4. शरद पूर्णिमा, 16 अक्टूबर 2024
नए साल में शरद पूर्णिमा 16 अक्टूबर को है. शरद पूर्णिमा को भी रोटी नहीं बनानी चाहिए. उस दिन चंद्रमा और माता लक्ष्मी की पूजा होती है. माता लक्ष्मी से जुड़े त्योहारों पर रोटी नहीं बनानी चाहिए.
5. दिवाली, 1 नवंबर 2024
शरद पूर्णिमा की तरह ही दिवाली पर भी रोटी नहीं बनाई जाती है. उस दिन चूल्हे पर तवा चढ़ाना वर्जित है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, दिवाली पर बर्तन काले नहीं छोड़ने चाहिए. इसे अपशकुन माना जाता है. इससे घर में दरिद्रता आती है. दिवाली के अलावा 11 सितंबर को महालक्ष्मी व्रत है. उस दिन भी आप रोटी न बनाएं.