इजरायली सेना ने खोला युद्ध का नया मोर्चा, नेतन्याहू ने ललकारा-“हम तुम्हारे पास पहुंचेंगे और तुम्हें खत्म कर देंगे”
इजरायली सेना ने उत्तरी और दक्षिणी गाजा में भयंकर तबाही मचाने के बाद अब युद्ध का नया मोर्चा खोल दिया है। इससे लोगों में दहशत फैल गई है। इजरायल ने युद्ध के नए मोर्चे वाले इलाकों में बमबारी से पहले लोगों से तत्काल इलाका खाली करने को कहा है।
निश्चित समय में क्षेत्र से यदि लोग बाहर नहीं निकल जाते तो इजरायली सेना अपनी तरफ से हमले शुरू कर देगी। इसलिए आम नागरिकों को नुकसान से बचाने के लिए उन्हें तुरंत सुरक्षित क्षेत्रों की ओर जाने को कह दिया गया है। इससे लोगों में हड़कंप मच गया है। इजरायल के पीएम नेतन्याहू ने आतंकियों को चेतावनी देते कहा है कि तुम कहीं भी हो, हम तुम्हारे पास पहुंचेंगे और तुम्हें खत्म कर देंगे।
बता दें कि इजरायली सुरक्षा बलों ने मंगलवार को फलस्तीन के भीड़भाड़ वाले इलाकों में बमबारी करने और लोगों से इलाका खाली करने का आदेश देने के बाद मध्य गाजा के शहरी शरणार्थी शिविरों में अपने जमीनी हमले का विस्तार किया। गाजा के मुख्य दूरसंचार प्रदाता ने इन इलाकों में सेवाओं में “पूर्ण रुकावट” की घोषणा की। संभावित नए युद्ध क्षेत्र का खुलना इंगित करता है कि आगे की राह विनाशकारी और लंबी है, क्योंकि दक्षिणी इजरायल पर सात अक्टूबर के हमले के बाद इजरायल ने हमास को कुचलने का संकल्प लिया है। कई हफ्तों से इजरायली सेना उत्तरी गाजा और दक्षिणी शहर खान यूनिस में भारी लड़ाई में जुटी हुई है, जिसने फलस्तीनियों को शरण लेने के लिए क्षेत्र के छोटे क्षेत्रों में जाना पड़ रहा है।
नेतन्याहू ने कहा- लड़ाई अभी खत्म होने के करीब नहीं
अमेरिका ने कहा कि इजराइल के रणनीतिक मामलों के मंत्री रॉन डर्मर, विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार जेक सुलिवन के साथ बैठक कर रहे थे। संघर्ष विराम के लिए अंतरराष्ट्रीय दबाव और हताहत होने वाले नागरिकों की संख्या में कमी लाने के अमेरिकी आह्वान के बावजूद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने चेतावनी दी कि लड़ाई ‘खत्म’ होने के करीब नहीं है। नेतन्याहू ने कहा, “हमास के आतंकवादियों से हमारा यही कहना है कि हम तुम्हारे पास पहुंचेंगे और तुम्हें खत्म कर देंगे।” इजरायल का आक्रमण हाल के इतिहास में सबसे विनाशकारी सैन्य अभियानों में से एक है। गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि युद्ध में दो तिहाई महिलाओं और बच्चों सहित 20,900 से अधिक लोगों की मौत हुई है।