‘गाजा से भारतीयों को निकालना मुश्किल’, विदेश मंत्रालय बोला- वहां हालात खराब
इजरायल और हमास के बीच आज 14वें दिन भी जंग जारी है. दुनिया के साथ-साथ भारत की भी इस जंग पर नजर है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को कहा कि सरकार इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध के बीच स्थिति पर नजर रख रही है.
बागची ने युद्ध प्रभावित क्षेत्र से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए सरकार के अभियान के बारे में भी बात की. साथ ही कहा कि गाजा से नागरिकों की वापसी मुश्किल होगी.
इंडिया टुडे के अनुसार अरिंदम बागची ने कहा ‘इससे पहले, गाजा में लगभग चार भारतीय नागरिक थे. हमारे पास अभी वहां मौजूद भारतीय नागरिकों की सटीक संख्या नहीं है. गाजा में स्थिति तनावपूर्ण है और उनके लिए बाहर आना थोड़ा मुश्किल है.’ उन्होंने आगे कहा कि ‘मांग के अनुसार फ्लाइट की व्यवस्था की जाएगी.’
अपने नागरिकों के लिए भारत का ‘ऑपरेशन अजय’
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि ‘अभी तक किसी भारतीय के हताहत होने की कोई रिपोर्ट नहीं है. एक भारतीय नागरिक घायल हो गया और वह चिकित्सा देखभाल में है.’ वहीं सरकार के ‘ऑपरेशन अजय’ के तहत, तेल अवीव से पांच उड़ानों में लगभग 1,200 भारतीयों और 18 नेपाली नागरिकों को निकाला गया है. बागची ने कहा कि सरकार ने 7 अक्टूबर को ‘इजरायल पर भयानक आतंकवादी हमले’ की कड़ी निंदा की. हमारा मानना है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों से निपटने में एक साथ खड़ा होना चाहिए.’
फिलिस्तीन मुद्दे पर अरिंदम बागची ने कहा, ‘भारत दो-देश समाधान के लिए सीधी बातचीत के पक्ष में रहा है.’ उन्होंने कहा ‘फिलिस्तीन के संबंध में, हमने इजरायल के साथ शांति से सुरक्षित और मान्यता प्राप्त सीमाओं के भीतर रहने वाले फिलिस्तीन के एक संप्रभु और स्वतंत्र देश की स्थापना के लिए सीधी बातचीत फिर से शुरू करने की वकालत करने की अपनी दीर्घकालिक स्थिति को दोहराया है.’ बागची ने कहा ‘हमने जारी संघर्ष के कारण नागरिक हताहतों पर भी अपनी चिंता व्यक्त की है. हम मानवीय स्थिति के बारे में भी चिंतित हैं.’