शूट करने में लगे तीन साल, 800 घंटे की फुटेज से बनाए तीन एपिसोड, यश को किया इस वजह से शामिल
पटकथा लेखक सलीम खान और जावेद अख्तर के जीवन पर बनी डॉक्यू सीरीज ‘एंग्री यंग मेन’ प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम हो रही है। इसका निर्देशन नम्रता राव ने किया है, जो अपने एडिटिंग के काम के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुकी हैं। हाल ही में, एक साक्षात्कार में उन्होंने इस सीरीज से जुड़े अपने अनुभव और इसके बनने की प्रकिया समेत कई बातें साझा की।
‘एंग्री यंग मेन’ को शूट करने में तीन साल लगे थे। इसमें कुल तीन एपिसोड है। निर्देशक नम्रता राव ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत करते हुए बताया कि इसकी शूटिंग के दौरान सलीम और जावेद धीरे-धीरे कैमरे के सामने सहज हुए थे, जिसके बाद दोनों ने अपनी जोड़ी के बारे में काफी कुछ बताना शुरु किया था।
नम्रता ने बताया कि ‘एंग्री यंग मेन’ की शूटिंग कोरोना महामारी में शुरू की गई थी। लोगों से मिलने-जुलने को लेकर कई तरह की चिंताएं थीं, जिसके चलते कुछ लोगों को शामिल नहीं किया जा सका। नम्रता ने अफसोस के साथ कहा कि प्रकाश मेहरा, रवि टंडन, यश चोपड़ा और देश मुखर्जी अब इस दुनिया में नहीं है। ऐसे में इस तरह की कई खास हस्तियों को इस सीरीज में बातचीत के लिए नहीं लाया जा सका।
इस डॉक्यू सीरीज को शूट करने के बाद नम्रता के पास 800 घंटे की फुटेज थी, जिसे एडिट कर-करके तीन एपिसोड बनाए गए और इसे दो घंटे में समेटा गया। ‘एंग्री यंग मेन’ को शूट करने से पहले नम्रता राव के पास सलीम-जावेद के कामकाज को लेकर एक बड़ा-सा खाका पहले से ही था, जैसे- वे दोनों कैसे साथ आए थे और कैसे काम शुरू हुआ। इसी को ध्यान में रखते हुए नम्रता और उनकी टीम ने शूटिंग शुरू की थी।
‘एंग्री यंग मेन’ में दक्षिण भारतीय अभिनेता यश भी सलीम-जावेद की फिल्मों पर बातचीत करते हुए दिखाई देते हैं। उन्हें इस सीरीज में शामिल करने का कारण बताते हुए नम्रता ने कहा कि यश ने ‘केजीएफ’ में जो किरदार अदा किया है, वो विजय से काफी मिलता-जुलता है। बता दें कि सलीम-जावेद द्वारा लिखी कई फिल्मों में अमिताभ बच्चन के किरदार का नाम विजय है। नम्रता ने बताया कि यश इस सीरीज में बातचीत करने के लिए काफी खुश थे।