पहली नौकरी के दौरान रखें इन बातों का ध्यान, दफ्तर में रहेंगे तनावमुक्त
मार्गदर्शन लेना जरूरी
पहली नौकरी में खुद को साबित करने का दबाव रहता है। इसलिए अक्सर महिलाएं अपने काम पर ढेर सारे सवाल उठने और काम की आलोचना होने के भय से इस तरह के सवालों के जवाब ढूंढती रहती हैं। ऐसे में काफी समय बर्बाद होता है, इसलिए जरूरी है कि लोगों की मदद लें। कुछ अस्पष्ट होने पर सवाल पूछें। अपने काम का फीडबैक और मार्गदर्शन मांगने से आपको अधिक विस्तृत दृष्टिकोण मिल सकता है। इसके अलावा यह दूसरों को संकेत देता है कि आप उनके दृष्टिकोण की परवाह करती हैं।
नोटबुक रखें साथ
कार्यालय में आपको अपने पास एक नोटबुक और पैन रखना चाहिए। खासकर तब, जब आप अपने बॉस/टीम लीडर या अपने से अधिक अनुभवी व्यक्ति से बात कर रही हों। इससे आप सारी जरूरी बात नोट कर पाएंगी और जरूरत पड़ने पर दोबारा समझ पाएंगी। कई बार काम के दबाव के कारण दिमाग से जरूरी बातें निकल जाती हैं, ऐसे में यह नोटबुक आपके सबसे ज्यादा काम आएगी। इसके साथ ही इसमें आप अपने प्राथमिक, सामान्य और सबसे कम महत्वपूर्ण कामों की सूची भी बनाकर रख सकती हैं। इस सूची को सुबह ऑफिस पहुंचकर देखें और उसी हिसाब से अपने काम करें। यह आपको सही से काम करने और आगे बढ़ने में मदद करेगा।
समाधान पर विचार
किसी भी चीज का समाधान खोजने का पहला कदम समस्या की पहचान करना है। लेकिन समस्या की पहचान करके उसे दूसरे पर न छोड़ दें। कई बार इस कारण आप अपने साथियों के बीच कामचोर नजर आने लगती हैं। इसलिए खुद ही समाधान खोजने की कोशिश करें और जरूरत पड़ने मदद मांगें।
घबराना क्यों
ऑफिस में जरूरी है समय सीमा के अंदर काम पूरा करना, लेकिन अगर इसमें कोई अड़चन आए तो घबराएं नहीं। कई बार ऐसे में आपको दूसरे सहयोगी की मदद की जरूरत पड़ सकती है। ऐसी स्थिति में मदद मांगने में घबराहट होती है कि वह मदद करेगा या नहीं। इसलिए बिना घबराए उससे मदद मांगें और उसका धन्यवाद करें।
जुड़ने का प्रयास
कड़ी मेहनत करना जरूरी है, साथ ही अपने सहयोगियों और टीम से जुड़ना भी महत्वपूर्ण है। इसलिए ऑफिस में कराई जाने वाली एक्टिविटी में भाग लें। इससे आप अपने सहकर्मियों को जान पाएंगी और उनसे दोस्ती भी कर पाएंगी। वहीं, अगर वे आपसे चाय पीने या साथ में खाना खाने के लिए पूछें तो उनके साथ जाएं, न कि मना करें।