वामपंथी विधायक की पोस्ट को लेकर घिरी केरल सरकार, धार्मिक भावनाएं आहत करने के लगे आरोप
केरल में वामपंथी विधायक की सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर वामपंथी सरकार घिर गई है। भाजपा के बाद अब कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ गठबंधन ने भी आरोप लगाया है कि लेफ्ट विधायक के पोस्ट से लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। केरल की त्रिशूर सीट से वामपंथी विधायक पी. बालाचंद्रन ने हाल ही में एक सोशल मीडिया पोस्ट किया था। इस पोस्ट में विधायक ने भगवान राम, लक्ष्मण और सीता माता के खिलाफ आपत्तिजनक बात लिखी थी।
कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ गठबंधन भी साधा निशाना
विवाद होने पर विधायक ने कुछ घंटे बाद ही पोस्ट हटा ली थी। हालांकि इसे लेकर राज्य की राजनीति गरमा गई है। भाजपा ने इस विवादित पोस्ट को लेकर लेफ्ट सरकार पर निशाना साधा है। अब कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ गठबंधन ने भी पी बालाचंद्रन की पोस्ट की तीखी आलोचना की है। केरल में विपक्ष के नेता वीडी सतीशन ने कहा कि विधायक ने भले ही पोस्ट हटा ली है, लेकिन इससे लोगों की जो भावनाएं आहत हुई हैं, उनसे उबरा नहीं जा सकेगा।
अलगाववादी ताकतों को फायदा पहुंचाया
सतीशन ने कहा कि जो लोग सार्वजनिक रूप से कहते हैं कि वह मंदिर पूजा में विश्वास नहीं करते हैं, वह लगातार लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत कर रहे हैं। इसे स्वीकार नहीं किया जाएगा। भक्ति और विश्वास किसी भी व्यक्ति के लिए निजी मामला है। उन्होंने कहा कि एक जनप्रतिनिधि का इस तरह की पोस्ट कभी नहीं करनी चाहिए, इससे श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत होती हैं। सतीशन ने कहा कि बालाचंद्रन की भाषा बेहद आपत्तिजनक थी और उनकी इस पोस्ट ने केरल में अलगाववादी ताकतों को ही फायदा पहुंचाया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, त्रिशूर के भाजपा अध्यक्ष के.के अनीश कुमार ने लेफ्ट विधायक की पोस्ट पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा ऐसी आपत्तिजनक बातें केवल एक कम्युनिस्ट ही लिख सकता है। उनके मन में हमारी संस्कृति के प्रति कोई सम्मान नहीं हैं और वे कुछ वोट पाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।’