किशोर चंद्र देव का टीडीपी से इस्तीफा, BJP पर लगाया वोट बैंक के लिए समाज का माहौल बिगाड़ने का आरोप
पूर्व केंद्रीय मंत्री और तेलुगु देसम पार्टी (टीडीपी) वरिष्ठ नेता किशोर चंद्र देव ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने यह फैसला टीडीपी के भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए गठबंधन में शामिल होने के निर्णय के बाद लिया। टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू को लिखी चिट्ठी में किशोर चंद्र देव ने एनडीए पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा वोट बैंक के लिए समाज में अस्थिरता फैला रही है। उन्होंने आगे कहा, ‘जिस तरह से आप इस फूट डालने वाली पार्टी के साथ गठबंधन में शामिल होने के लिए तैयार हुए हैं, उससे मैं बहुत निराश और स्तब्ध हूं। यह मेरे पांच दशक के राजनीतिक करियर का सबसे खराब स्थिति है।’
किशोर चंद्र देव का टीडीपी से इस्तीफा
यूपीए-II सरकार में मनमोहन सिंह के नेतृत्व में किशोर चंद्र जनजातीय कार्य और पंजायत राज मंत्री थे। उन्होंने आगे कहा, ‘मैं सत्ता के लिए अपनी आत्मा का सौदा नहीं कर सकता। आपको सूचित किया जाता है कि मैं टीडीपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं।’
साल 2014 के चुनाव में हारने के बाद कांग्रेस नेता किशोर चंद्र देव 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले टीडीपी में शामिल हुए थे। वह पांच बाद लोकसभा और एक बार राज्य सभा में कुल छह बार के सांसद रह चुके हैं। उन्होंने 2019 में टीडीपी के टिकट पर अराकू सीट से चुनाव लड़े थे, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।