रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन में भारतीय मूल के नेताओं ने छोड़ी छाप, एक सुर में दिया ट्रंप का साथ
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की तैयारियां जोर-शोर से चल रहीं हैं। इस बीच रिपब्लिकन पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन शुरू हो गया है। सम्मेलन में डोनाल्ड ट्रंप को पार्टी का राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार नामित किया जाएगा। अमेरिका में रहने वाले कई भारतीय मूल के लोगों ने इस सम्मेलन में हिस्सा लिया और अपनी अलग ही छाप छोड़ी। हाल ही में रिपब्लिकन पार्टी के नेता डोनाल्ड ट्रंप पर गोली लगने की घटना के बाद सम्मेलन में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
विस्कोंसिन शहर में चार दिवसीय राष्ट्रीय रिपब्लिकन सम्मेलन
अमेरिका के विस्कोंसिन शहर में चार दिवसीय राष्ट्रीय रिपब्लिकन सम्मेलन चल रहा है। आपको बता दें कि दो दिन पहले ही पैन्सिलवेनिया में एक जनसभा के दौरान एक गोली डोनाल्ड ट्रंप के कान को छूकर चली गई थी। शिखर सम्मेलन में भारतीय अमेरिकी मूल के अब्राहम जॉर्ज ने मंच पर स्पष्ट रूप से ऐलान किया है कि उनके राज्य के सभी प्रतिनिधि ट्रंप के पक्ष में मतदान करेंगे। आपको बता दें कि अब्राहम जॉर्ज को टेक्सास रिपब्लिकन पार्टी का अध्यक्ष चुना गया है।
हरमीत ढिल्लों ने मंच पर अरदास (प्रार्थना) की
कैलिफोर्निया से रिपब्लिकन नेशनल कमेटी (आरएनसी) की सदस्य हरमीत ढिल्लों ने सम्मेलन में अरदास (प्रार्थना) की। आपको बता दें कि आरएनसी राष्ट्रीय कमेटी ने राष्ट्रपति पद के लिए ट्रंप के नाम पर मुहर लगाई है। इसके अलावा ओहियो के सीनेटर जेडी वेंस की पत्नी उषा वेंस भी मंच पर आईं। उनमें भी ट्रंप के राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी को लेकर जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। आपको बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप द्वारा जेडी वैंस को उप-राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुना गया है। ओहियो राज्य के सीनेटर नीरज अंटानी और डॉ. संपत शिवांगी ने भी भारतीय अमेरिकी प्रतिनिधि के रूप में सम्मेलन में भाग लिया।
डॉक्टर शिवांगी ने छठी बार रिपब्लिकन सम्मेलन में भाग लिया
उधर, भारतीय मूल की डॉक्टर शिवांगी ने छठी बार रिपब्लिकन सम्मेलन में भाग लिया। उन्होंने इसे ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन बताया। उन्होंने आगे कहा कि इस बार पूरी पार्टी एकजुट है और ट्रंप के साथ खड़ी है। इस दौरान ओहियो राज्य के सीनेटर नीरज अंटानी ने कहा, ‘एक प्रवासी के बेटे के रूप में, हमें एक ऐसे राष्ट्रपति का चुनाव करना चाहिए जो अमेरिकी मूल्यों को बहाल कर सके। मुझे विश्वास है कि डोनाल्ड ट्रंप ऐसे ही उम्मीदवार हैं। मैं ट्रंप के एक प्रतिनिधि के रूप में काम करते हुए सम्मानित महसूस कर रहा हूं।’ ट्रंप के विश्वासपात्र कहे जाने वाले काश पटेल के अलावा भारतीय-अमेरिकी कुश देसाई ने भी इस शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया। आपको बता दें कि काश पटेल रिपब्लिकन सम्मेलन के उप संचार निदेशक हैं। इसके अलावा सनी रेड्डी और मिशिगन के वेन स्टेट यूनिवर्सिटी बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के उम्मीदवार सैम मैथ्यू ने भी इस सम्मेलन में हिस्सा लिया।
सम्मेलन में भारतीयों ने छोड़ी छाप
भारतीय-अमेरिकी मूल के हरदम त्रिपाठी ने भी रिपब्लिकन राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लिया। आपको बता दें कि हरदम त्रिपाठी फ्लोरिडा से रिपब्लिकन पार्टी के वैकल्पिक प्रतिनिधि हैं। इसके अलावा मिशिगन से रिपब्लिकन नेशनल वूमेन कमेटी की सदस्य हिमा कोलानगिरेड्डी और रिपब्लिकन रणनीतिकार, आदि सथी ने भी सम्मेलन में भाग लिया। उद्यमी से राजनेता बने विवेक रामास्वामी और दक्षिण कैरोलिना के पूर्व गवर्नर निक्की हेली भी इस सम्मेलन को संबोधित करेंगे। आपको बता दें कि पूरे अमेरिका से लगभग 2,400 प्रतिनिधि इस सम्मेलन में भाग ले रहे हैं।